दरअसल, कमलनाथ की सरकार में तत्कालीन वन मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। सिंघार ने उस वक्त कहा था कि पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह ही सरकार चला रहे हैं, वह ब्लैकमेलर हैं। इसके साथ ही सिंघार ने कथित रूप से दिग्विजय पर शराब और रेत का धंधा चलाने का आरोप लगाया था। बाद में केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों के मामले में हस्तक्षेप कर विवाद को शांत कराया था।
सीबीआई जांच की मांग
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने उन्हीं आरोपों के आधार पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की हैं। इसके लिए रामेश्वर शर्मा ने सीएम शिवराज को चिट्ठी लिखी है। रामेश्वर ने चिट्ठी में पूर्व मंत्री के आरोपों का जिक्र किया है। साथ ही कहा है कि इसकी शिकायत पूर्व मंत्री कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने उन्हीं आरोपों के आधार पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की हैं। इसके लिए रामेश्वर शर्मा ने सीएम शिवराज को चिट्ठी लिखी है। रामेश्वर ने चिट्ठी में पूर्व मंत्री के आरोपों का जिक्र किया है। साथ ही कहा है कि इसकी शिकायत पूर्व मंत्री कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
करोड़ों का हेरफेर किया है
रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि पूर्व मंत्री के आरोपों से लगता है कि 15 महीने के कार्यकाल में उन्होंने करोड़ों रुपये का हेरफेर किया है। इस मसले पर सोनिया गांधी की चुप्पी भी लूट में सहभागिता को परिलक्षित करता है। विधायक ने दिग्विजय सिंह पर लगे आरोपों की जांच सीबीआई या उच्च स्तरीय कमिटी से कराने की मांग की है।
रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि पूर्व मंत्री के आरोपों से लगता है कि 15 महीने के कार्यकाल में उन्होंने करोड़ों रुपये का हेरफेर किया है। इस मसले पर सोनिया गांधी की चुप्पी भी लूट में सहभागिता को परिलक्षित करता है। विधायक ने दिग्विजय सिंह पर लगे आरोपों की जांच सीबीआई या उच्च स्तरीय कमिटी से कराने की मांग की है।
उपचुनाव में बन सकता है मुद्दा
उपचुनाव से पहले ही बीजेपी कांग्रेस के बड़े नेताओं को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने की कोशिश कर रही है। शिवराज सरकार ने पहले ही कमलनाथ को घेरने के लिए छिंदवाड़ा में विकास कार्यों की जांच करवाने की बात कही है। अब दिग्विजय सिंह भी लपेटे में लेने की तैयारी में है। ऐसे में भाजपा 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार को चुनावी हथियार बना सकती है।
उपचुनाव से पहले ही बीजेपी कांग्रेस के बड़े नेताओं को भ्रष्टाचार के मामले में घेरने की कोशिश कर रही है। शिवराज सरकार ने पहले ही कमलनाथ को घेरने के लिए छिंदवाड़ा में विकास कार्यों की जांच करवाने की बात कही है। अब दिग्विजय सिंह भी लपेटे में लेने की तैयारी में है। ऐसे में भाजपा 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार को चुनावी हथियार बना सकती है।