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चुनाव जीतने के लिए दिग्विजय ने बनाया मास्टर प्लान, विरोधियों का मुकाबला करना होगा मुश्किल

locationभोपालPublished: Mar 28, 2019 05:37:53 pm

Submitted by:

Faiz

चुनाव जीतने के लिए दिग्विजय ने बनाया मास्टर प्लान, विरोधियों का मुकाबला करना होगा मुश्किल

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चुनाव जीतने के लिए दिग्विजय ने बनाया मास्टर प्लॉन, विरोधियों का मुकाबला करना होगा मुश्किल

भोपालः लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से जब से भोपाल सीट पर दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी के रूप में चुना है। मानो जब से ये देश की चर्चित सीटों में से एक बन गई है। हालांकि, बीजेपी के गढ़ की सीट होने के बावजूद वो अब तक यहां से प्रत्याशी के नाम पर मंथन ही कर रही है। तो वहीं, दिग्विजय ने सीट पर फतेह हासिल करने के लिए रणनीति भी बनानी शुरु कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह संतों की शरण में जाकर जीत का आशीर्वाद ले चुके हैं। तो वहीं, कांग्रेस भी दिग्विजय दिग्विजय की छवि को नर्मदा परिक्रमा से जोड़कर हिंदुवादी छवि बनाने में जुटे हुए हैं। अब कांग्रेस दिग्विजय को कट्टर हिंदू बताने में जुट गई है। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। इसके अलावा दिग्विजय के चुनावी प्रचार में देश प्रदेश के नामी संतो को भी उताने की तैयारी की जा रही है।

कांग्रेस की रणनीति

दिग्विजय सिंह के मुताबिक, उन्होंने भोपाल में अपना बसेरा जमा लिया है और जब तक वे यहां से कहीं नहीं जाएंगे, तब तक चुनाव पूर्ण ना हो जाए। दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों नर्मदा पूजन से लेकर, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद, जैन मुनि विद्यासागर जी महाराज समेत अन्य बड़े संतों के पास पहुंचकर आशीर्वाद लिया है। चुनाव प्रचार शुरू करने से पहले दिग्विजय सिंह का संतों की शरण में पहुंचना उनकी हिंदूवादी छवि को स्पष्ट करने की कोशिश भी की। कांग्रेस को आशंका है कि भाजपा चुनाव के दौरान दिग्विजय सिंह पर सांप्रदायिक हमले करेगी। जिसमें उनके बयान एवं ट्वीटों को आधार बनाया जाएगा, जो उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के दौरान किए थे। साथ ही आतंकी ओसामा बिन लादेन एवं हाफिज सईद को लेकर दिए गए बयानों को भी चुनाव में मुद्दा बनाने की कोशिश की जाएगी।

पेश की जाएगी हिंदूवादी छवि

ये बात बिल्कुल सही है कि, दिग्विजय के निशाने पर आमतौर पर धार्मिक कट्टरता रखने वाले बीजेपी नेता रहते हैं और वो संघ पर भी किसी भी समय हमला करने में नहीं चूकते। लेकिन दिग्विजय सिंह व्यक्तिगत जीवन में एक कट्टर हिंदू हैं। पिछले साल उन्होंने 6 महीने तक राजनीति से अवकाश लेकर पत्नीके साथ पैदल नर्मदा परिक्रमा की थी। साथ ही, देशभर के मठ-मंदिरों में पूजा करके देश के कई संतों से आशीर्वाद ले चुके हैं। कांग्रेस का मानना है कि, वो चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों का जवाब दिग्विजय की इसी छवि को पेश करके देगी। साथ ही, सत्ता में रहते पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई नर्मदा यात्रा को भी चुनाव में मुद्दा बनाया जाएगा। किस तरह नर्मदा यात्रा के नाम पर जनता के करोड़ों रुपयों को खर्च किया गया।

भाजपा में भी बन रही है रणनीति

इधर, बीजेपी अब तक दिग्विजय के खिलाफ अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है, लेकिन संगठनात्क तौर पर उनकी घेराबंदी की रणनीति बनाई जाने लगी है। भाजाप के सूत्रों की माने तो वो अब तक दिग्विजय के सामने किसी हिंदूवादी चेहरे को उतारने का मन बनाए हुए थी, लेकिन बीजेपी के पास अब तक भोपाल में कोई ऐसा क्षेत्रीय चेहरा नही है, जो दिग्विजय को चुनाव में मुकाबला दे सके। संघ की ओर से साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नाम सामने आया था, लेकिन भाजपा के मंथन में तय हुआ कि, प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा का चेहरा बनाकर दिग्विजय को हराना मुश्किल होगा। ऐसे में पार्टी की तलाश अब भी जारी है। मंथन में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम उमा भारती के नाम पर भी गहन चर्चा जारी है।

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