दरअसल, व्हिलस ब्लोअर डॉ आनंद राय ने ट्वीट किया कि माननीय मुख्यमंत्री जी इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लें, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनावाने में दलितों का बड़ा योगदान था, मध्यप्रदेश में मनुवादी ताकतें सर उठा रही है दलितों को बेवजह पीटा जा रहा है, उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने यह ट्वीट मध्यप्रदेश के डीजीपी, सीएम कमलनाथ और भीम आर्मी के लोगों को टैग किया है।
दिग्विजय सिंह ने जताई सहमति
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आनंद राय के ट्वीट पर सहमति जताई है। आनंद राय के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि मैं सहमत हूं। तत्काल सख्य कार्रवाई होनी चाहिए। इस मानसिकता को समाज से दूर करना होगा। व्हिसल ब्लोअर आनंद राय का ट्वीट भींड की एक घटना को लेकर है। जहां बीती रात एक दलित की पिटाई दबंगों ने की है। उसके बाद जब वह थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचा तो थाना प्रभारी ने रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया।
दिग्विजय कराते रहे हैं सरकार की किरकिरी
ये पहला मौका नहीं है, जब दिग्विजय सिंह की वजह से सरकार की किरकिरी हुई है। इससे पहले वह मंत्रियों को चिट्ठी लिख भी बखेड़ा खड़ा किया था। चिट्ठी से नाराज मंत्री उमंग सिंघार तो दिग्विजय सिंह से सीधे-सीधे भिड़ गए थे। उसके बाद गायों को लेकर भी दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को ट्वीट किया था। इसके अलावे कई चीजों के लिए वह चिट्ठी लिखते रहे हैं। इस वजह से विपक्ष सवाल उठाती रही है कि दिग्विजय सिंह अपनी बातों को सीधे कमलनाथ के पास क्यों नहीं रखते हैं, जो ट्वीट और चिट्ठी के जरिए रखते हैं।
दलितों को लेकर डीजीपी ने भी लिखी है चिट्ठी
दो दिन पहले मध्यप्रदेश में दलितों को यहां की पुलिस सवालों के घेरे में थी। डीजीपी वीके सिंह पुलिस कस्टडी में दलित उत्पीड़न को लेकर सभी जिलों के एसपी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के साथ पुलिस थानों अभद्रता न की जाए। ऐसे में सवाल उठने लगा था कि क्या पुलिस अब जाति पूछकर लोगों के साथ व्यवहार करेगी।
दो दिन पहले मध्यप्रदेश में दलितों को यहां की पुलिस सवालों के घेरे में थी। डीजीपी वीके सिंह पुलिस कस्टडी में दलित उत्पीड़न को लेकर सभी जिलों के एसपी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के साथ पुलिस थानों अभद्रता न की जाए। ऐसे में सवाल उठने लगा था कि क्या पुलिस अब जाति पूछकर लोगों के साथ व्यवहार करेगी।
ये घटनाएं आईं हैं सामने
अगर कुछ महीनों की बात करें तो मध्यप्रदेश दलित उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। कुछ दिन पहले ही मध्यप्रदेश के शिवपुरी दलित बच्चों की हत्या शौच करने को लेकर दबंगों ने कर दी थी। उस घटना को लेकर सीएम ने भी ट्वीट किया था। लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया उसके घर पहुंचे थे और प्रशासन को निर्देश देकर उस परिवार को गांव से निकालकर सरकारी भवन में शिफ्ट करवाया था।
अगर कुछ महीनों की बात करें तो मध्यप्रदेश दलित उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। कुछ दिन पहले ही मध्यप्रदेश के शिवपुरी दलित बच्चों की हत्या शौच करने को लेकर दबंगों ने कर दी थी। उस घटना को लेकर सीएम ने भी ट्वीट किया था। लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया उसके घर पहुंचे थे और प्रशासन को निर्देश देकर उस परिवार को गांव से निकालकर सरकारी भवन में शिफ्ट करवाया था।