मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि भाजपा को महात्मा गॉंधी की याद तो आई। मेरा उन्हें सुझाव है कि गॉंधी जी के जो प्रमुख सामाजिक परिवर्तन के विषय थे उन पर वे जनता में चर्चा अवश्य करें। छुआ छूत के खिलाफ और दलितों को मंदिरों में प्रवेश, ग्राम स्वराज्य, हिन्दू मुस्लिम एकता व साम्प्रदायिक सद्भाव, नशा बंदी और भाजपा को स्पष्ट करना चाहिये कि क्या वे नाथूराम गोडसे को देश भक्त मानते हैं या नहीं। दिग्विजय ने लिखा कि यदि वे नाथूराम गोडसे को देश भक्त मानते हैं तो उन सभी को जो गोडसे को महात्मा गॉंधी का हत्यारा मानते भाजपा की पद यात्रा का विरोध करना चाहिये।
शिवराज का पलटवार :
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि दिग्विजय सिंह का जनता में स्थान बचा नहीं है, इसलिए वह कुछ न कुछ ऊट-पटांग बयान देते रहते हैं, ताकि कम से कम मीडिया में वह दिखाई देते रहें। उनको अब कोई गंभीरता से नहीं लेता है, इसलिए उनके किसी बयान पर टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है।