आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पांच दिनों तक भोपाल में ही रहेंगे। वे उपचुनाव और कोरोना संकट के बीच संघ की कोर कमेटी के सदस्यों के साथ संवाद और उनकी कार्यशैली का आकलन करने के लिए यहां आए हैं।

भागवत के भोपाल पहुंचने की खबर लगते ही पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद ने एक बार फिर संघ प्रमुख पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने एक के बाद एक ट्वीट कर संघ से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनके मंत्रियों को घेरने की कोशिशकी है। इसके साथ ही सरसंघचालक भागवत पर भी अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी की है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत के भोपाल पहुंचते ही मंगलवार सुबह ट्वीट कर भोपाल पहुंचने पर उनका स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट में कहा है कि मोहन भागवत भाजपा मुख्यमंत्री और मंत्रीगण के भ्रष्टाचार के विषय में संघ के स्वयंसेवकों से गुप्त रिपोर्ट जरूर लें। दिग्विजय ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के परिवारजन अवैध रेत खनन में शामिल हैं, जिसकी जानकारी मोहन भागवत को लेना चाहिए।
खरीद-फरोख्त पर भी लीजिए जानकारीसंघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी का भोपाल शहर में हार्दिक स्वागत। कृपया भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री गणों के आचरण व भ्रष्टाचार के विषय पर अपने स्वयं सेवकों से गुप्त रिपोर्ट अवश्य लें। शिवराज जी के परिवार जनों का अवैध रेत खनन में सम्मिलित होने की भी जानकारी अवश्य लें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 21, 2020
मध्यप्रदेश में विधायकों की ख़रीद फ़रोख़्त की भी अवश्य जानकारी लें। संघ इस प्रकार के प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विधायकों के आचरण और फिर उन्हें बिना विधायक रहे मंत्री बनाने में क्या सोचता है उसे भी अवश्य स्पष्ट करने की कृपा करें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 21, 2020
राम मंदिर पर पूछा ऐसा सवाल
दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास की तिथि पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आखिर किसी भी प्रमाणित शंकराचार्य एवं रामानंद संप्रदाय के धर्मगुरु को नया संस्थान क्यों नहीं दिया गया। शिलान्यास की तिथि पीएम मोदी की सहूलियत के हिसाब से तय करना शुभ मुहूर्त है?
पवैया का पलटवार
इधर, दिग्विजय सिंह के ट्वीट को लेकर राम मंदिर आंदोलन से जुड़े जयभान सिंह पवैया ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस नेता और बुजुर्ग पूर्व सीएम की आपत्ति और सुझावों को सुनकर लगता है जैसे वनवास से अयोध्या लौटे राम के राजतिलक में मंथरा सुझाव दे रही है। इसके अलावा उन्होंने दिग्विजय सिंह को अपशकुन भी बताया और चुप रहने की सलाह दी।

भदौरिया बोले थे अमर्यादित भाषा
हाल ही में प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया की दिग्विजय सिंह पर की गई अमर्यादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वे दिग्विजय पर अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। भदौरिया ने अपने बयान में दिग्विजय पर सरेआम इल्जाम लगाते हुए कहा था कि जब वे कांग्रेस विधायक के साथ बेंगलुरू में ठहरे थे तब दिग्विजय, जयवर्धन और जीतू पटवारी के साथ होटल में आकर गुंडागर्दी कर रहे थे। तब मैंने कहा कि मैं चंबल से हूं, मेरा नाम अरविंद सिंह भदौरिया है। चंबल का आदमी प्यार से बात करता है, गुंडागर्दी से नहीं। उसके बाद दिग्विजय ने मुझे खरीदने की कोशिश की। मैंने कहा कि तुम्हारे बाप भी मुझे नहीं खरीद पाएंगे। बाद में उन्होंने मेरे भाई को पुलिस थाने बुलवाया, घर पर पुलिस भेजी। मेरे नौकर को पकड़ा। फिर भी सरकार नहीं बचा पाए।