उन्होंने कहा कि और भी कई कारण हैं जिनकी वजह से किसान तरक्की नहीं कर पा रहा है उनमें से एक कारण गुणवत्तापूर्ण बीज का नहीं मिलना भी है। दुर्भाग्य है कि किसान को सही गुणवत्ता का बीज मिल रहा है या नहीं, इसकी जांच कोई एजेंसी नहीं कर रही है। विगत विधानसभा सत्र में प्रदेश के कृषि मंत्री ने विधानसभा में यह जानकारी दी है कि बीज उत्पाद मॉनिटरिंग और गुणवत्ता नियंत्रण का नियमों में कोई प्रावधान नहीं है इसलिए गुणवत्ता की जांच कराने की विधिवत कार्रवाई नहीं हो रही है।
दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि शासन स्तर से नकली बीज बेचने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए और इस संबंध में यदि नियमों को बदलना भी पड़े तो उन नियमों में बदलाव किया जाना चाहिए।