scriptकांग्रेस नेता का अमित शाह को लेटर, रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर भेजे जाएं कश्मीरी छात्र | Digvijaya Singh wrote letter to Amit Shah for Kashmiri students | Patrika News

कांग्रेस नेता का अमित शाह को लेटर, रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर भेजे जाएं कश्मीरी छात्र

locationभोपालPublished: Apr 24, 2020 11:11:17 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

मध्यप्रदेश में करीब 400 कश्मीरी छात्र फंसे हुए हैं।

कांग्रेस नेता का अमित शाह को लेटर, रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर भेजे जाएं कश्मीरी छात्र

कांग्रेस नेता का अमित शाह को लेटर, रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर भेजे जाएं कश्मीरी छात्र

भोपाल. कोरोना वायरस के कारण देश भर में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा है। ऐसे में जो जहां है वहीं फंसा हुआ है। अब मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को लेटर लिखकर मांग की है कि रजमान के महीने में मध्यप्रदेश में फंसे कश्मीरी छात्र-छात्राओं को उनके घर भेजा जाए। दिग्विजय सिंह ने कहा- मैंने गृहमंत्री अमित शाह जी को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश में फंसे जम्मू एंड कश्मीर के लगभग 400 कश्मीरी छात्र-छात्राओं को रमजान के पवित्र माह में उनके घर भेजने का प्रबंध करने का अनुरोध किया है।
क्या लिखा है दिग्विजय सिंह ने लेटर में?
दिग्विजय सिंह ने लिखा- प्रिय अमित शाह जी, भोपाल में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं को वापस उनके राज्य भेजवाने हेतु मेरे द्वारा आपको प्रेषित किया पत्र दिनांक 19.04. 2020 आपको मिल गया होगा। मैनें इस पत्र के साथ आपको 135 छात्रों की सूची प्रषित की थी। इनके अलावा भी जम्मू-कश्मीर के भोपाल में 32, इंदौर में 54, ग्वालियर में 17 छात्रों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है। मध्यप्रदेश में करीब 400 कश्मीरी छात्र फंसे हुए हैं।
कांग्रेस नेता का अमित शाह को लेटर, रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर भेजे जाएं कश्मीरी छात्र
दिग्विजय ने लिखा- चूंकि जम्मू-कश्मीर एक केन्द्र शासित प्रदेश है और लॉकडाउन के कारण वहां के अन्य राज्यों में फंसे लोगों की परेशानियों को दूर करना और उन्हें विश्वास में लेना केन्द्र सरकार का दायित्व है। इन छात्रों में अनेक छात्र मुस्लिम समाज के हैं और उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वे रमजान के पवित्र माह में अपने माता-पिता और परिवार के साथ रहना चाहते हैं।
मेरा आपसे अनुरोध है कि जिस प्रकार काशी से दक्षिण भारत के 1000 तीर्थयात्रियों को तथा राजस्थान के कोटा से उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के हजारों छात्रों को उनके राज्यों तक भेजने की अनुमति और प्रबंध किए गए हैं। उसी प्रकार मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्रा-छात्राओं को भी उनके राज्य में वापस भेजने की व्यवस्था करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं।
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