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विश्व के 11 धर्मों पर डिस्कशन का ये निकला कंक्लूजन

locationभोपालPublished: Sep 10, 2018 11:02:11 pm

Submitted by:

hitesh sharma

26 वर्षों तक धार्मिक यात्रा कर गुरु नानक ने की थी सिख धर्म की स्थापना
विश्व धर्म संसद आयोजित, दुनिया के 11 बड़े धर्मों पर हुई चर्चा

Discussions on the World religion

विश्व के 11 धर्मों पर डिस्कशन का ये निकला कंक्लूजन

भोपाल। शिकागो की विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद द्वारा दिए गए मशहूर व्याख्यान के 125 वर्ष पूरे होने के अवसर पर सिविल सर्विसेज क्लब ने रविवार को विश्व धर्म संसद का आयोजन किया गया। जवाहर चौक स्थित सिविल सर्विसेज क्लब में आयोजित इस धर्म संसद में युवाओं ने दुनिया के 11 प्रमुख धर्मों की उत्पत्ति, दर्शन व प्रमुख पर्रंपराओं को समझाया। इस धर्म संसद में सनातन धर्म (हिन्दू), इस्लाम, ईसाई, यहूदी, फारसी, सिख, बौद्ध, जैन, ताओ, शिंतो और अफ्रीकी धर्म पर चर्चा हुई। धर्म संसद में भाग लेने वाले युवाओं को तैयारी के लिए 10 दिन का समय दिया गया था। जिसमें उन्हें इन धर्मों के धर्म ग्रन्थों को पूरा पढऩा था और इन धर्मों के धार्मिक स्थलों में 2-3 दिन गुजारने थे। स्टूडेंट्स ने इसके लिए खूब तैयारी की थी, जो डिस्कशन में देखने को मिली।

 

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दुनियाभर में पारसी धर्म के सिर्फ डेढ़ लाख अनुयायी
चर्चा में प्रतिभागियों ने बताया कि दुनिया के पहले सबसे बड़े साम्राज्य पारसी साम्राज्य के आधिकारिक धर्म पारसी धर्म को मानने वालों की कुल संख्या अब डेढ़ लाख से भी कम हैं और इनकी सबसे बड़ी संख्या भारत में ही रहती है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक ने 26 साल तक दुनिया के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा की थी, और इन 26 वर्षों के शोध के बाद उन्होने सिख धर्म की स्थापना की थी। बुढ़ापे की पीड़ा देखकर सिद्धार्थ ने संन्यास ले लिया था और वे बौद्ध बन गए थे। जैन धर्म की संथारा प्रथा कोई आत्महत्या नहीं बल्कि सम्मानजनक तरीके से दुनिया से विदा होने का तरीका है। ईसाई धर्म में शराब(वाइन) का धार्मिक महत्व है जब भी किसी बच्चे को बैप्टाइज किया जाता है तो उसे वाइन पिलाई जाती है। इस्लाम में जिहाद का अर्थ होता है कमज़ोरों की रक्षा करना ना कि उनकी हत्या करना। हिन्दू धर्म दुनिया का पहला धर्म है जिसने धर्म के विकेन्द्रीकरण पर ध्यान दिया का विकेन्द्रीकरण ही वर्ण व्यवस्था थी।

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