कॉफी हाउस में जुट रहे प्रबुद्ध, कर रहे चुनाव विश्लेषण
न्यू मार्केट स्थित इंडियन कॉफी हाउस। टेबल जिस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मतदान के एक दिन पहले सपरिवार दही बड़े खाए थे। यहां गुरुवार को प्रबुद्धजनों का एक समूह चुनावी चर्चा में मशगूल था। डॉ. शेखर जावलकर का कहना था कि बड़ी संख्या में युवाओं ने मतदान किया है। मतदान प्रतिशत बढऩे का यह भी कारण है। डॉ. दीपक वर्मा का मानना है कि मतदान का प्रतिशत बढऩा अच्छा संकेत है, इससे साबित होता है कि जनता अब निर्णय लेने लगी है।
डॉ. आरके तिवारी कहते हैं कि इतनी वोटिंग से तय है कि बहुमत स्पष्ट होगा। यूपीएससी की तैयारी कर रहे शशांक हिरक का मानना है कि अधिक मतदान कहीं बदलाव का संकेत तो नहीं। इसके लिए वे प्रदेश में सरकार द्वारा लिए गए कुछ निर्णयों को वजह बताते हैं।
चाय की चुस्कियों के साथ लगा रहे गणित
पुराने शहर की राजू टी स्टॉल पर भी चुनावी चर्चा का दौर जारी है। सैयद कमर बताते हैं मेरा घर मध्य विधानसभा में आता है, वहां तो भाई सेफ हैं। मनोहर सिंह बोले- वहां तो एक-एक वोट की लड़ाई है। कमर ने पूछा-हुजूर में कौन जीत रहा है। मनोहर ने कहा कि शुरुआती मुश्किलों के बाद नेताजी सेफ हैं। दुष्यंत बोले- मतगणना में भी लहर चलती है। यहां तो सब कुछ इतना करीबी है कि अभी से कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
चाय की चुस्कियों के साथ लगा रहे गणित
पुराने शहर की राजू टी स्टॉल पर भी चुनावी चर्चा का दौर जारी है। सैयद कमर बताते हैं मेरा घर मध्य विधानसभा में आता है, वहां तो भाई सेफ हैं। मनोहर सिंह बोले- वहां तो एक-एक वोट की लड़ाई है। कमर ने पूछा-हुजूर में कौन जीत रहा है। मनोहर ने कहा कि शुरुआती मुश्किलों के बाद नेताजी सेफ हैं। दुष्यंत बोले- मतगणना में भी लहर चलती है। यहां तो सब कुछ इतना करीबी है कि अभी से कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
युवाओं के बीच भी चल रही बहस
इसी तरह का माहौल दिखा शिवाजी नगर स्थित चाय की दुकान पर। छात्र सौरभ का कहना था कि भारी बहुमत से सरकार बनेगी। साथी कृष्णकांत कहते हैं मतदान किस के पक्ष में हुआ है कहना मुश्किल है। ये दोनों पक्षों के लिए हो सकता है।
क्षेत्र में कम वोटिंग को लेकर गुणा-भाग
इतवारा में चाय की दुकान पर खड़े राजेश जैन बताते हैं कि हमारे पास चुनावी एक्सपर्ट हैं, 76 साल के सैयद मोहम्मद खां, उर्फ बापू़। इस पर पास ही खड़े बापू बोले- मध्य में वोटिंग कम रही है, इसका फायदा नेताजी को मिलेगा। गौरव जैन ने कहा कि अधिक वोटिंग का मतलब एंटी इंकंबेंसी माना जाता है, जब वोट कम डले तो प्रत्याशी को फायदा मिलेगा। फिर बापू ने बारी-बारी से सभी क्षेत्रों का अनुमान बताना शुरू कर दिया।