लालघाटी और सिंगारचोली आरओबी के आगे दाता कॉलोनी, पंचवटी कॉलोनी, पुष्प कॉलोनी, कर्नल कॉर्नर, सुविध एनक्लेव सहित एक दर्जन कॉलोनियां एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ मौजूद हैं। रूट के एक तरफ एयरपोर्ट की ढलान है जबकि दूसरी तरफ जेल पहाड़ी की तराई है। बारिश में दोनों तरफ से पानी बहकर एयरपोर्ट रोड पर आता है और स्थानीय नालों में समा जाता है। प्रोजेक्ट चालू होने के जल निकासी के लिए गिनती के पाइंट पर अंडरपास बना दिए गए हैं लेकिन इन्हें नालों तक जोड़ा नहीं गया है। बारिश में इन पाइंट से भारी मात्रा में बारिश बहकर आसपास के क्षेत्रों में भरना तय है।
रिटायर्ड कर्नल अली ने इस मामले में 18 जुलाई को पहली शिकायत की थी। इसके बाद एनएचएआई अधिकारियों ने अली के बंगले पर जाकर उन्हें प्रभावित करने का प्रयास किया था। अली के मुताबिक उन्होंने इसका विरोध किया और अफसरों को लौटा दिया। बाद में प्रोजेक्ट डायरेक्टर पुरविया ने मौके पर आकर तथ्यों की जांच की और कार्रवाई का भरोसा दिलाया, लेकिन चार माह बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ।
प्रोजेक्ट की लागत- 211 करोड़ रुपए
प्रोजेक्ट की डेडलाइन- दिसंबर 2019
लालघाटी से एयरपोर्ट तक फ्लायओवर- 5
पुराने मार्ग का नया डिजाइन- सिक्सलेन एक्सप्रेस-वे
कॉलोनियों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन- 8 मीटर चौड़ी सर्विस रोड
लालघाटी से एयरपोर्ट तक दूरी- 6 किमी
गजम्फर अली, रिटायर्ड कर्नल, शिकायतकर्ता
पुरविया ने मुझे कुछ नहीं बताया ना मुझे कोई शिकायत मिली। मैं मान ही नहीं सकता कि कंपनी ने ड्रैनेज सिस्टम नहीं बनाया होगा। आप कह रहे हैं तो इसे दिखवाया जाएगा।
विवेक जायसवाल, स्टेड हेड, एनएचएआई