यह निर्देश भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ प्रधान सचिव के एफ विलफ्रेड ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी कलेक्टरों को प्रशासन अकादमी में चुनाव की ट्रेनिंग के दौरान दिए। इस दौरान मुख्यनिर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव और अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव भी मौजूद थे।
विलफ्रेड ने कलेक्टरों को बताया कि विधानसभा चुनाव में प्रदेश से कई ऐसे शिकायतें मिली थीं, जिसमें अभ्यर्थियों ने कहा था कि वे ट्रेजरी में पैसे जमा करने चले गए थे, जिससे काफी समय लगा और राशि जमा करने के बाद जब तीन बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो वहां नामांकन फार्म जमा करने की प्रक्रिया बंद हो चुकी थी।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति लोकसभा चुनाव में नहीं होनी चाहिए। विलफ्रेड ने कहा कि उम्मीदारों के नामांकन पत्रों के जमा करने के दौरान रिटर्निंग अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा सावधानी बरतें, जिससे किसी तरह की चूक न हो। निर्वाचन के दौरान समस्त प्रक्रिया की वीडियोग्राफी अनिवार्य रूप से कराई जाए।
सीईओ कांताराव ने कलेक्टरों से कहा कि लोकसभा चुनाव में एेसी रणनीति तैयार जिससे कोई भी धन बल और नशीले पदार्थों से चुनाव प्रभावित न कर सके।
राव ने कहा कि आगामी लोकसभा निर्वाचन में संवेदनशील मतदान केन्द्रों का चयन एवं जिले में सुरक्षा व्यवस्था लिए पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जाए। ईवीएम में वीवीपैट के संबंध में कलेक्टर स्वयं ंभी जाने- समझे। आदर्श आचार संहिता का गहन अध्ययन करें।
राव ने कहा कि आगामी लोकसभा निर्वाचन में संवेदनशील मतदान केन्द्रों का चयन एवं जिले में सुरक्षा व्यवस्था लिए पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जाए। ईवीएम में वीवीपैट के संबंध में कलेक्टर स्वयं ंभी जाने- समझे। आदर्श आचार संहिता का गहन अध्ययन करें।