मध्यप्रदेश के भाजपा संगठन में कसावट शुरू हो गई है। जिला अध्यक्षों में बदलाव से पहले 20 जिलों के प्रभारियों को बदल दिया गया है। नए जिला प्रभारी को तत्काल प्रभाव से जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा की ओर से जिन जिलों के जिला प्रभारियो को बदला गया है, उनमें मुरैना, ग्वालियर ग्रामीण, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सिंगरौली, उमरिया, जबलपुर ग्रामीण, मंडला, बालाघाट, नर्मदापुरम, राजगढ़, बुरहानपुर, बड़वानी, नीमच, आगर मालवा, देवास, रतलाम और खंडवा जिले शामिल हैं।
इससे पहले भाजपा ने सात अक्टूबर को कराए गए जिला अध्यक्षों, जिला प्रभारियों के प्रशिक्षण वर्ग के पहले पांच जिला अध्यक्षों को हटा दिया था। इसमें भिंड, ग्वालियर नगर, गुना, अशोकनगर और कटनी के जिला अध्यक्ष शामिल हैं। खबर है कि अभी एक दर्जन से अधिक जिला अध्यक्षों को भी हटाया जा सकता है। इनकी भी रिपोर्ट संगठन के आलाकमान ने मंगवा ली है।
जिला प्रभारियों की सूची
आंशिक संशोधन के साथ जारी सूची में मुरैना जिले में जय सिंह कुशवाह, ग्वालियर ग्रामीण में सुशील रघुवंशी, सागर जिले में श्याम सुंदर शर्मा, टीकमगढ़ में मुन्ना सिंह भदौरिया, निवाड़ी में वीरेंद्र राणा, सिंगरौली में प्रज्ञा त्रिपाठी, उमरिया में विनोद यादव, जबलपुर ग्रामीण में जाहर सिंह, मंडला में आशीष दुबे, बालाघाट डा. विनोद मिश्रा, नर्मदापुरम में सीमा सिंह, राजगढ़ सुरेंद्र शर्मा, खंडवा में इकबाल सिंह गांधी, बुरहानपुर में कल्याण अग्रवाल, बड़वानी में नंदकिशोर पाटीदार, आगर में गोपाल आचार्य, देवास में मधु वर्मा, रतलाम में प्रदीप पांडेय और नीमच में क्षितिज भट्ट जिला प्रभारी रहेंगे।
इन्हें मिली नई जिम्मेदारी
भाजपा संगठन ने जिन संभागों के कार्यालय मंत्री नियुक्त किए हैं उनमें इंदौर संभाग के कार्यालय मंत्री के रूप में विष्णु प्रसाद शुक्ला, अनिल शिंदे को उज्जैन, राजेश मिश्रा को जबलपुर, वीरेंद्र पाठक को सागर, वीरेश पांडेय को रीवा, हंसराय को नर्मदापुरम संभाग का कार्यालय मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा अभी ग्वालियर, चंबल, भोपाल, शहडोल के लिए संभागीय कार्यालय मंत्री बनाए जाना बाकी है।
19-20 नवंबर को प्रशिक्षण वर्ग
इधर, भाजपा पंचायत चुनाव में भाजपा समर्थित नेताओं को ट्रेनिंग देने जा रही है। इसके लिए प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 19 से 20 नवंबर को होगा। बीजेपी ने तय किया है कि भाजपा के समर्थन वाले सरपंच, जनपद सदस्य, जनपद अध्यक्ष और उपाध्या और जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यय बनने वाले निर्वाचित प्रतिनिधियों को संगटन के कामकाज और आगे आने वाले कार्यक्रमों के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे पहले 16 नवंबर को बूथ कार्यकर्ताओं के लिए भी ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया है। यह ट्रेनिंग मंडल स्तर पर की जाएगी। सभी 1070 मंडलों में इसकी ट्रेनिंग होगी।