दीपावली इस साल 19 अक्टूबर की है, जिसके चलते मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बाजार सजने शुरू हो गए हैं। वहीं लोग भी दीपावली की तैयारियों के चलते कुछ हद तक बाजार आने लगे हैं। कुछ दुकानदारों का यह भी कहना है कि जीएसटी के चलते ग्राहकी तो प्रभावित हुई है, लेकिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए किए जाने वाले टोने-टोटकों या पूजा की खास सामग्री जो विशेष पूजा में मां को प्रसन्न करने के काम आती है, लोग ज्यादा उन्हीं चीजों को ले जाना पसंद कर रहे हैं।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार वैसे तो मां लक्ष्मी को कई प्रकार से विभिन्न दिनों में लोगों द्वारा प्रसन्न किया जाता है, लेकिन दीपावली(diwali 2017) के दिन मां को प्रसन्न करना सबसे सरल माना जाता है।
इस दिन भक्त कई उपाय करते हैं, यह उपाय मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहने वाले ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जहां भी हिन्दू रहते हैं इन उपायों से लाभ ले सकते हैं। माना जाता है कि दिवाली पर इन छोटे-छोटे दस उपायों को करके महालक्ष्मी को प्रसन्न कर हम उनकी कृपा पा सकते हैं…
1. दिवाली के दिन सुबह मां लक्ष्मी के मंदिर जाकर उन्हें पोशाक चढ़ाएं। खुशबूदार गुलाब की अगरबत्ती जलाएं, मान्यता है कि इससे धन प्राप्ति का मार्ग खुलता है।
2. दिवाली के दिन सुबह गन्ना लाकर रात्रि में लक्ष्मी पूजन के साथ गन्नो की भी पूजा करने से माना जाता है कि इससे आपकी धन संपत्ति में वृद्धि होगी।
2. दिवाली के दिन सुबह गन्ना लाकर रात्रि में लक्ष्मी पूजन के साथ गन्नो की भी पूजा करने से माना जाता है कि इससे आपकी धन संपत्ति में वृद्धि होगी।
3. मान्यता है कि दिवाली की रात पूजन के पश्चात नौ गोमती चक्र तिजोरी में स्थापित करने से वर्षभर समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। 4. अगर घर में धन नहीं रुकता तो नरक चतुर्दशी के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ लाल चंदन, गुलाब के फूल व रोली लाल कपड़े में बांधकर पूजें और फिर उसे अपनी तिजोरी या पैसे की जगह में रखें (diwali 2017 tone totke)। धन घर में रुकेगा और बरकत भी होगी।
5. दिवाली से आरंभ करते हुए प्रत्येक अमावस्या की शाम को किसी अपंग भिखारी या विकलांग व्यक्ति को भोजन कराएं, माना जाता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। 6. काफी प्रयास करने के बाद भी नौकरी न मिल रही हो तो दिवाली की शाम लक्ष्मी पूजन के पश्चात या पूजन के समय थोड़ी सी चने की दाल लक्ष्मीजी पर छिड़ककर बाद में इकट्ठी करके पीपल के पेड़ पर समर्पित कर दें, माना जाता है ऐसा करने से नौकरी लगने की संभावना बढ़ जाती है।
7. दुकानदार, व्यवसायी दीपावली की रात्रि को साबुत फिटकरी लेकर उसे दुकान में चारों तरफ घुमाएं और किसी चौराहे पर जाकर उसे उत्तर दिशा की तरफ फेंक दें। इस टोटके के संबंध में कहा जाता है कि ऐसा करने से ज्यादा ग्राहक आएंगे जिससे धन लाभ में वृद्धि होगी।
8. दिवाली पर पूजन के समय मां लक्ष्मी को कमलगट्टे की माला पहनाएं और अगले दिन सवेरे लाल कपड़े में वह माला बांधकर घर में पैसे रखने की जगह पर रखें। यहां रखते समय तीन बार इस मंत्र ‘ऊं महालक्ष्म्यै नम:’ को बोलें। ऐसा करना भी घर को समृद्ध करने वाला माना जाता है।
9. दिवाली की रात पांच साबुत सुपारी, काली हल्दी और पांच कौड़ी लेकर गंगाजल से धोकर लाल कपड़े में बांधकर दीपावली पूजन के समय चांदी की कटोरी या थाली में रखकर पूजा करें। फिर अगले दिन सुबह सारा सामान धन रखने वाली जगह में रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
10. दिवाली के दिन गरीबों की कपड़ों, धन व मिठाई देकर सहायता करें, इसके बारे में कहा जाता है कि इससे आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। दिवाली की पूजा में इन चीजों का करें प्रयोग, बढ़ेगी इनकम:
दीपावली की रात श्रेष्ठ मुहूर्त में महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन में तेज सुगंध वाली अगरबत्ती, धूप, इत्र, अष्टगंध(diwali 2017 tone totke tantra mantra in hindi) का प्रयोग करें। लाल चंदन का भी उपयोग करें। इस संबंध में मान्यता है कि तेज सुगंध से लक्ष्मी हमारे घर पर कृपा बरसाती हैं। माना जाता है कि ये हैं लक्ष्मी कृपा पाने के आसान उपाय…
दीपावली की रात श्रेष्ठ मुहूर्त में महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन में तेज सुगंध वाली अगरबत्ती, धूप, इत्र, अष्टगंध(diwali 2017 tone totke tantra mantra in hindi) का प्रयोग करें। लाल चंदन का भी उपयोग करें। इस संबंध में मान्यता है कि तेज सुगंध से लक्ष्मी हमारे घर पर कृपा बरसाती हैं। माना जाता है कि ये हैं लक्ष्मी कृपा पाने के आसान उपाय…
आप चाहें तो इनमें से कोई से सिर्फ पांच उपाय भी कर सकते हैं।
– दीपावली की रात को अशोक वृक्ष के नीचे घी का दीपक लगाएं एवं वृक्ष का पूजन करें। अगले दिन उस वृक्ष की जड़ लेकर आएं तथा तिजोरी में रखें। धन की आवक बनी रहेगी। पांच जोड़ी गोमती चक्र को लाल वस्त्र में बांधकर घर की चौखट के ऊपर बांधने(diwali 2017 tone totke) से कहा जाता है कि धन संबंधी कामों में लाभ मिल सकता है।
– दीपावली की रात को अशोक वृक्ष के नीचे घी का दीपक लगाएं एवं वृक्ष का पूजन करें। अगले दिन उस वृक्ष की जड़ लेकर आएं तथा तिजोरी में रखें। धन की आवक बनी रहेगी। पांच जोड़ी गोमती चक्र को लाल वस्त्र में बांधकर घर की चौखट के ऊपर बांधने(diwali 2017 tone totke) से कहा जाता है कि धन संबंधी कामों में लाभ मिल सकता है।
– दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है। मां लक्ष्मी घर में आती हैं। दीपावली पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। किसी हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं। रात को सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं। ध्यान रखें इस दौरान पीछे पलटकर न देखें।
– दीपावली के दिन अशोक के पेड़ के पत्तों से वंदनद्वार बनाएं और इसे मुख्य दरवाजे पर लगाएं। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी। – कभी भी किसी भी बुजुर्ग इंसान का अपमान नहीं करना चाहिए और दीपावली के दिन विशेष रूप से उनके चरण स्पर्श करके आशीर्वाद ग्रहण करें। ऐसा करने पर बड़ी-बड़ी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां भी रखनी चाहिए। ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं। आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
– दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके। सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें।
– दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें(diwali 2017 tantra mantra in hindi), जो आपकी कमाई का साधन हैं। दीपावली से यह एक नियम रोज के लिए बना लें कि सुबह जब भी उठें तो उठते ही सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियों का दर्शन करना चाहिए। दीपावली के दिन घर से निकलते ही यदि कोई सुहागन स्त्री लाल रंग की पारंपरिक ड्रेस में दिख जाए तो समझ लें आप पर महालक्ष्मी की कृपा होने वाली है। यह एक शुभ शकुन है। ऐसा होने पर किसी जरूरतमंद सुहागन स्त्री को सुहाग की सामग्री दान करें।
– दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें(diwali 2017 tantra mantra in hindi), जो आपकी कमाई का साधन हैं। दीपावली से यह एक नियम रोज के लिए बना लें कि सुबह जब भी उठें तो उठते ही सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियों का दर्शन करना चाहिए। दीपावली के दिन घर से निकलते ही यदि कोई सुहागन स्त्री लाल रंग की पारंपरिक ड्रेस में दिख जाए तो समझ लें आप पर महालक्ष्मी की कृपा होने वाली है। यह एक शुभ शकुन है। ऐसा होने पर किसी जरूरतमंद सुहागन स्त्री को सुहाग की सामग्री दान करें।
– दीपावली की रात में लक्ष्मी और कुबेर देव का पूजन करें और यहां दिए एक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। मंत्र:(tantra mantra in hindi) ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा। महालक्ष्मी के पूजन में गोमती चक्र भी रखना चाहिए। गोमती चक्र भी घर में धन संबंधी लाभ दिलाता है। पूजा में लक्ष्मी यंत्र , कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए। यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है। एकाक्षी नारियल, दक्षिणावर्त शंख, हत्थाजोड़ी की भी पूजा करनी चाहिए। दीपावली से एक नियम हर रोज के लिए बना लें। आपके घर में जब भी खाना बने तो उसमें से सबसे पहली रोटी गाय को खिलाएं।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार शास्त्रों के अनुसार एक पीपल का पौधा लगाने वाले व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार को कोई दुख नहीं सताता है। उस इंसान को कभी भी पैसों की कमी नहीं रहती है। पीपल का पौधा लगाने के बाद उसे नियमित रूप से जल अर्पित करना चाहिए। जैसे-जैसे यह वृक्ष बड़ा होगा आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी, धन बढ़ता जाएगा। पीपल के बड़े होने तक इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए तभी आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त होंगे।
– दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं। दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है। किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए। अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक (diwali 2017 tone totke black magic)जलाएं। यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए। ध्यान रखें दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, पीछे पलटकर न देखें। यदि संभव हो सके तो दीपावली की देर रात तक घर का मुख्य दरवाजा खुला रखें। ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात में महालक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों के घर जाती हैं।
दीपावली की रात में हल्दी की 11 गांठ लें। इन्हें पीले कपड़े में बांध लें। घर के पूजन कक्ष में लक्ष्मी-गणेश के फोटो के सामने घी का दीपक जलाएं। चंदन-पुष्प आदि चढ़ाएं। इसके बाद यहां दिए गए मंत्र का जप 11 माला करें। मंत्र- ”ऊँ श्रीगणेशाय नम:(diwali tantra mantra in hindi) का जप करें। इसके बाद पीले कपड़े में बंधी हुई हल्दी की गांठों को निकालें और धन के स्थान में रख दें।
– महालक्ष्मी को तुलसी के पत्ते भी चढ़ाने चाहिए। लक्ष्मी पूजा में दीपक दाएं, अगरबत्ती बाएं, पुष्य सामने व नैवेद्य थाली में दक्षिण में रखना श्रेष्ठ रहता है। लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें। दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए। पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें। जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए। इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं।
मान्यता है कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए। साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें। इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा। दीपावली पर ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान करते समय नहाने के पानी में कच्चा दूध और गंगाजल मिलाएं। स्नान के बाद अच्छे वस्त्र धारण करें और सूर्य को जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के साथ ही लाल पुष्प भी सूर्य को चढ़ाएं। किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज का दान करें। अनाज के साथ ही वस्त्र का दान करना भी श्रेष्ठ रहता है।
– सप्ताह में एक बार किसी जरूरतमंद सुहागिन स्त्री को सुहाग का सामना दान करें। इस उपाय से देवी लक्ष्मी तुरंत ही प्रसन्न होती हैं और धन संबंधी परेशानियों को दूर करती हैं। ध्यान रखें यह उपाय नियमित रूप से हर सप्ताह करना चाहिए।
– पीपल के 11 पत्ते तोड़ें और उन पर श्रीराम का नाम लिखें। राम नाम लिखने के लिए चंदन का उपयोग किया जा सकता है। यह कार्य पीपल के नीचे बैठकर करेंगे तो जल्दी शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
– पीपल के 11 पत्ते तोड़ें और उन पर श्रीराम का नाम लिखें। राम नाम लिखने के लिए चंदन का उपयोग किया जा सकता है। यह कार्य पीपल के नीचे बैठकर करेंगे तो जल्दी शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
राम नाम लिखने के बाद इन पत्तों की माला बनाएं और हनुमानजी को अर्पित करें। कलयुग में हनुमानजी शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माने गए हैं। इनकी कृपा प्राप्त करने के लिए कई प्रकार उपाय बताए गए हैं। यदि पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो यह चमत्कारी फल प्रदान करने वाला उपाय है।
– शनि दोषों से मुक्ति के लिए तो पीपल के वृक्ष के उपाय रामबाण हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को नष्ट करने के लिए पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करनी चाहिए। इसके साथ ही शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक भी लगाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति दीपावली के दिन किसी पीपल के वृक्ष के नीचे छोटा सा शिवलिंग स्थापित करता है तो उसकी जीवन में कभी भी कोई परेशानियां नहीं आएंगी। यदि कोई भयंकर परेशानियां चल रही होंगी वे भी दूर हो जाएंगी। पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित पूजा भी करनी चाहिए। इस उपाय से गरीब व्यक्ति भी धीरे-धीरे मालामाल हो जाता है।
– शनि दोषों से मुक्ति के लिए तो पीपल के वृक्ष के उपाय रामबाण हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को नष्ट करने के लिए पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करनी चाहिए। इसके साथ ही शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक भी लगाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति दीपावली के दिन किसी पीपल के वृक्ष के नीचे छोटा सा शिवलिंग स्थापित करता है तो उसकी जीवन में कभी भी कोई परेशानियां नहीं आएंगी। यदि कोई भयंकर परेशानियां चल रही होंगी वे भी दूर हो जाएंगी। पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित पूजा भी करनी चाहिए। इस उपाय से गरीब व्यक्ति भी धीरे-धीरे मालामाल हो जाता है।
– प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें। दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
दीपावली से प्रतिदिन सुबह घर से निकलने से पहले केसर का तिलक लगाएं। ऐसा हर रोज करें, महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी। यदि संभव हो सके तो दीपावली पर किसी गरीब व्यक्ति को काले कंबल का दान करें। ऐसा करने पर शनि और राहु-केतु के दोष शांत होंगे और कार्यों में आ रही रुकावटें दूर हो जाएंगी। जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए। इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है। महालक्ष्मी का ऐसा फोटो रखें, जिसमें लक्ष्मी बैठी हुईं दिखाई दे रही हैं। महालक्ष्मी के पूजन में दक्षिणावर्ती शंख भी रखना चाहिए। यह शंख महालक्ष्मी को अतिप्रिय है।
इसकी पूजा करने पर घर में सुख-शांति का वास होता है। दीपावली के पांचों दिनों में घर में शांति बनाए रखें। किसी भी प्रकार का क्लेश, वाद-विवाद न करें। जिस घर में शांति रहती है वहां देवी लक्ष्मी हमेशा निवास करती हैं। दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें। बरकत बनी रहेगी। वहीं उपाय के अनुसार दीपावली के दिन 3 अभिमंत्रित गोमती चक्र, 3 पीली कौडिय़ां और 3 हल्दी गांठों को एक पीले कपड़ें में बांधें। इसके बाद इस पोटली को तिजोरी में रखें। धन लाभ के योग बनने लगेंगे। महालक्ष्मी के मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: इस मंत्र का जप करें। मंत्र जप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करें।
दीपावली पर कम से कम 108 बार इस मंत्र का जप करें। दीपावली पर श्रीयंत्र के सामने अगरबत्ती व दीपक लगाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें। फिर श्रीयंत्र का पूजन करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का जप करें।
– किसी भी मंदिर में झाड़ू का दान करें। यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।
– यदि धन संबंधियों परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में हनुमानजी का यह उपाय करें। उपाय के अनुसार किसी पीपल के वृक्ष का एक पत्ता तोड़ें। उस पत्ते पर कुमकुम या चंदन से श्रीराम का नाम लिखें। इसके बाद पत्ते पर मिठाई रखें और यह हनुमानजी को अर्पित करें। इस उपाय से भी धन लाभ होता है।
– घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। द्वार के दोनों ओर कुमकुम से ही शुभ-लाभ लिखें।
– यदि धन संबंधियों परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में हनुमानजी का यह उपाय करें। उपाय के अनुसार किसी पीपल के वृक्ष का एक पत्ता तोड़ें। उस पत्ते पर कुमकुम या चंदन से श्रीराम का नाम लिखें। इसके बाद पत्ते पर मिठाई रखें और यह हनुमानजी को अर्पित करें। इस उपाय से भी धन लाभ होता है।
– घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। द्वार के दोनों ओर कुमकुम से ही शुभ-लाभ लिखें।
दीपावली के दिन श्वेतार्क गणेश की प्रतिमा घर में लाएंगे तो हमेशा बरकत बनी रहेगी। परिवार के सदस्यों को पैसों की कमी नहीं आएगी। दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में हल्दी की गांठ भी रखें। पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है।
– महालक्ष्मी के चरण चिह्न से आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो सकती है और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। ज्योतिष के अनुसार लक्ष्मी के चरण चिह्न से अशुभ ग्रहों का बुरा प्रभाव भी कम होता है। इसके अलावा हमारे घर पर किसी की बुरी नजर नहीं लगती। सभी सदस्यों में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है।
– यदि संभव हो सके तो इस दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। शास्त्रों के अनुसार इस पुण्य कर्म से बड़े-बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं। – घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं। तुलसी को वस्त्र अर्पित करें।
– यदि संभव हो सके तो इस दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। शास्त्रों के अनुसार इस पुण्य कर्म से बड़े-बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं। – घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली की रात में दीपक जलाएं। तुलसी को वस्त्र अर्पित करें।
स्फटिक से बना श्रीयंत्र दीपावली के दिन बाजार से खरीदकर लाएं। श्रीयंत्र को लाल वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में रखें। कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी। दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा। महालक्ष्मी के ऐसे चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं।
ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं। लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें। सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें।
लक्ष्मी प्राप्ति के ये हैं घरेलू उपाय…
दान का महत्व तीनों लोक में विशिष्ट महत्व रखता है। इसके प्रभाव से पाप-पुण्य व ग्रह के प्रभाव कम व ज्यादा होते हैं। इसमें शुक्र और गुरु को विशेष धनप्रदाय ग्रह माना गया है। आकाश मंडल के सभी ग्रहों का कारतत्व पृथ्वी में पाए जाने वाले पेड़-पौधों व पशु-पक्षियों पर पाया जाता है। गाय पर शुक्र ग्रह का विशेष प्रभाव पाया जाता है।
– गाय की सेवा भी इस श्रेणी में विशेष महत्व रखती है।
जिस घर से गाय के लिए भोजन की पहली रोटी या प्रथम हिस्सा जाता है वहाँ भी लक्ष्मी को अपना निवास करना पड़ता है।
– साथ ही घर के भोजन का कुछ भाग श्वान को भी देना चाहिए, क्योंकि ये भगवान भैरव के गण माने जाते हैं, इनको दिया गया भोजन आपके रोग, दरिद्रता में कमी का संकेत देता है।
– इसी तरह पीपल के वृक्ष में गुरु का वास माना गया है।
दान का महत्व तीनों लोक में विशिष्ट महत्व रखता है। इसके प्रभाव से पाप-पुण्य व ग्रह के प्रभाव कम व ज्यादा होते हैं। इसमें शुक्र और गुरु को विशेष धनप्रदाय ग्रह माना गया है। आकाश मंडल के सभी ग्रहों का कारतत्व पृथ्वी में पाए जाने वाले पेड़-पौधों व पशु-पक्षियों पर पाया जाता है। गाय पर शुक्र ग्रह का विशेष प्रभाव पाया जाता है।
– गाय की सेवा भी इस श्रेणी में विशेष महत्व रखती है।
जिस घर से गाय के लिए भोजन की पहली रोटी या प्रथम हिस्सा जाता है वहाँ भी लक्ष्मी को अपना निवास करना पड़ता है।
– साथ ही घर के भोजन का कुछ भाग श्वान को भी देना चाहिए, क्योंकि ये भगवान भैरव के गण माने जाते हैं, इनको दिया गया भोजन आपके रोग, दरिद्रता में कमी का संकेत देता है।
– इसी तरह पीपल के वृक्ष में गुरु का वास माना गया है।
अतः पीपल के वृक्ष में यथासंभव पानी देना चाहिए तथा परिक्रमा करनी चाहिए।
यदि घर के पास कोई पीपल के वृक्ष के पास से गंदे पानी का निकास स्थान हो तो इसे बंद कराना चाहिए।
वृक्ष के समीप किसी भी प्रकार की गंदगी गुरु ग्रह के कोप का कारण बन सकती है।
– घर के वृद्धजन भी गुरु ग्रह के कारतत्व में आते हैं।
घर के वृद्धजनों की स्थिति व उनका मान-सम्मान भी आपकी आर्थिक स्थिति को काफी प्रभावित करते हैं
यदि आपके घर में वृद्धों का सम्मान होता है तो निश्चित रूप से आपके घर में समृद्धि का वास होगा, अन्यथा इसके ठीक विपरीत स्थिति होगी।
– व्यय भाव में अशुभ ग्रह की स्थिति भी दरिद्रता का कारक होती है।
– बारहवें भाव के स्वामी ग्रह का दान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके व्यय में कमी आती है।
यदि घर के पास कोई पीपल के वृक्ष के पास से गंदे पानी का निकास स्थान हो तो इसे बंद कराना चाहिए।
वृक्ष के समीप किसी भी प्रकार की गंदगी गुरु ग्रह के कोप का कारण बन सकती है।
– घर के वृद्धजन भी गुरु ग्रह के कारतत्व में आते हैं।
घर के वृद्धजनों की स्थिति व उनका मान-सम्मान भी आपकी आर्थिक स्थिति को काफी प्रभावित करते हैं
यदि आपके घर में वृद्धों का सम्मान होता है तो निश्चित रूप से आपके घर में समृद्धि का वास होगा, अन्यथा इसके ठीक विपरीत स्थिति होगी।
– व्यय भाव में अशुभ ग्रह की स्थिति भी दरिद्रता का कारक होती है।
– बारहवें भाव के स्वामी ग्रह का दान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि इससे आपके व्यय में कमी आती है।
धन प्राप्ति के सामान्य टोटके :
आज के युग में सबसे महवपूर्ण कार्य धनप्राप्ति है|
कई लोग ऐसे हैं की अज्ञात कारणों से उनके धन प्राप्ति में कोई न कोई रोड़ा अटकता ही रहता है|
नीचे कुछ टोटके बताये जा रहें हैं जो धन प्राप्ति में महतवपूर्ण है|
जिस स्थान पर इन टोटकों का पालन होता हैं उस स्थान पर माँ लक्ष्मी अपना स्थाई वास बनाती है|
आज के युग में सबसे महवपूर्ण कार्य धनप्राप्ति है|
कई लोग ऐसे हैं की अज्ञात कारणों से उनके धन प्राप्ति में कोई न कोई रोड़ा अटकता ही रहता है|
नीचे कुछ टोटके बताये जा रहें हैं जो धन प्राप्ति में महतवपूर्ण है|
जिस स्थान पर इन टोटकों का पालन होता हैं उस स्थान पर माँ लक्ष्मी अपना स्थाई वास बनाती है|
– जिस घर में नियमित रूप से अथवा प्रत्येक शुक्रवार को श्रीसूक्त अथवा श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ होता है वहां माँ लक्ष्मी का स्थाई वास होता है|
– प्रत्येक सप्ताह घर में फर्श पर पोचा लगते समय थोडा सा समुंदरी नमक मिला लिया करें ऐसा करने से घर में होने वाले झगरे कम होते हैं|इसके अतिरिक्त यह भी लाभ मिलता है आपको नहीं मालूम की आपके घर में आने वाला अतिथि कहां से आया है, तथा उसके मन में आपके प्रति क्या विचार है, नमक मिले पानी से पोचा लगाने से सारी नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है|
– सुबह उठ कर गृह लक्ष्मी यदि मुख्य द्वार पर एक गिलास अथवा लोटा जल डाले तो माँ लक्ष्मी के आने का मार्ग प्रशस्त होता है|
– यदि आप चाहतें हैंकि घर में सुख शांति बनी रहे तथा आप आर्थिक रूप से समर्थ रहें तो प्रत्येक अमावस्या को अपने घर की पूर्ण सफाई करवा दें|जितना भी फ़ालतू सामान इकठा हुआ हो उसे क्बारी को बेच दें अथवा बाहर फेंक दें ,सफाई के बाद पांच अगरबती घर के मंदिर में लगायें|
– प्रत्येक सप्ताह घर में फर्श पर पोचा लगते समय थोडा सा समुंदरी नमक मिला लिया करें ऐसा करने से घर में होने वाले झगरे कम होते हैं|इसके अतिरिक्त यह भी लाभ मिलता है आपको नहीं मालूम की आपके घर में आने वाला अतिथि कहां से आया है, तथा उसके मन में आपके प्रति क्या विचार है, नमक मिले पानी से पोचा लगाने से सारी नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है|
– सुबह उठ कर गृह लक्ष्मी यदि मुख्य द्वार पर एक गिलास अथवा लोटा जल डाले तो माँ लक्ष्मी के आने का मार्ग प्रशस्त होता है|
– यदि आप चाहतें हैंकि घर में सुख शांति बनी रहे तथा आप आर्थिक रूप से समर्थ रहें तो प्रत्येक अमावस्या को अपने घर की पूर्ण सफाई करवा दें|जितना भी फ़ालतू सामान इकठा हुआ हो उसे क्बारी को बेच दें अथवा बाहर फेंक दें ,सफाई के बाद पांच अगरबती घर के मंदिर में लगायें|
– यदि आप प्रत्येक पूर्णिमा हवन कर सकें तो बहुत ही शुभ है |
इसके लिए यदि आपको कोई मन्त्र नहीं आता है तो सिर्फ इतना करें की किसी कंडे(गोहा)अथवा उपले पर अग्नि प्रजव्लित कर ॐ के उच्चारण से १०८ आहुति दें|यह आपकी धार्मिक भावना को जताता है|
– महीने में दो बार किसी भी दिन उपले पर थोड़ी सी लोबान रख कर उसके धुएं को पूरे घर में घुमाएं|
– यदि आप के पूजा काल में कोई मेहमान आता है तो यह बहुत शुभ है,इस समय उस मेहमान को जल पान अवश्य करवाएं|
यदि संध्या काल की पूजा में कोई सुहागिन स्त्री आती है तो आपका बहुत ही सोभाग्य है|आप यह समझें की आपके घर माँ लक्ष्मी का परवेश हो चूका है|
– आप जब भी घर वापिस आयें तो कभी खली हाथ न आयें|यदि आप बाज़ार से कुछ लेने की स्थिति में नही हैं तो रास्ते से एक कागज़ का टुकड़ा उठा लायें |
– आपकी साधना अर्थात पूजा काल में कोई बच्चा रोता है तो यह आपके लिए शुभ नही है|
इसके लिए यदि आपको कोई मन्त्र नहीं आता है तो सिर्फ इतना करें की किसी कंडे(गोहा)अथवा उपले पर अग्नि प्रजव्लित कर ॐ के उच्चारण से १०८ आहुति दें|यह आपकी धार्मिक भावना को जताता है|
– महीने में दो बार किसी भी दिन उपले पर थोड़ी सी लोबान रख कर उसके धुएं को पूरे घर में घुमाएं|
– यदि आप के पूजा काल में कोई मेहमान आता है तो यह बहुत शुभ है,इस समय उस मेहमान को जल पान अवश्य करवाएं|
यदि संध्या काल की पूजा में कोई सुहागिन स्त्री आती है तो आपका बहुत ही सोभाग्य है|आप यह समझें की आपके घर माँ लक्ष्मी का परवेश हो चूका है|
– आप जब भी घर वापिस आयें तो कभी खली हाथ न आयें|यदि आप बाज़ार से कुछ लेने की स्थिति में नही हैं तो रास्ते से एक कागज़ का टुकड़ा उठा लायें |
– आपकी साधना अर्थात पूजा काल में कोई बच्चा रोता है तो यह आपके लिए शुभ नही है|
इसके लिए आप ज्ञानी व्यक्ति से संपर्क कर पता लगायें की क्या वजह है|इसका सामान्य कारन यह हो सकता है की आपके घर में कोई नकारात्मक शक्ति अवश्य है|
– आप के निवास में अग्नेकोण(पूर्व वह दक्षिण का होना)में यदि गलती से कोई पानी की वयवस्था हो गयी है तो यह वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत बड़ा दोष है|इसके लिए आप उस स्थान पर चोबीस घंटे एक लाल बल्ब जलता रहने दें|
शाम को उस स्थान पर एक दीपक अवश्य रखें|
– घर में कभी नमक किसी खुले डीबे में न रखें|
– घर के जितने भी दरवाजे हों उनमें समय समय पर तेल अवश्य डालते रहना चाहिए|
उनमें से किसी भी प्रकार की आवाज़ नही आनी चाहिए|
– घर में अगर किसी दिन कोई बच्चा सुबह उठते ही कुछ खाने को मांगे अथवा बिना कारन के रोने लगे तो उस दिन घर प्रत्येक सदस्य को सावधान रहने की आवश्यकता है,क्यूंकि यह बात कुछ असुविधा को जताती है|
– कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहली में अन्दर न आने दें,दान घर की देहली के अन्दर से ही करें|
– आप के निवास में अग्नेकोण(पूर्व वह दक्षिण का होना)में यदि गलती से कोई पानी की वयवस्था हो गयी है तो यह वास्तु शास्त्र के अनुसार बहुत बड़ा दोष है|इसके लिए आप उस स्थान पर चोबीस घंटे एक लाल बल्ब जलता रहने दें|
शाम को उस स्थान पर एक दीपक अवश्य रखें|
– घर में कभी नमक किसी खुले डीबे में न रखें|
– घर के जितने भी दरवाजे हों उनमें समय समय पर तेल अवश्य डालते रहना चाहिए|
उनमें से किसी भी प्रकार की आवाज़ नही आनी चाहिए|
– घर में अगर किसी दिन कोई बच्चा सुबह उठते ही कुछ खाने को मांगे अथवा बिना कारन के रोने लगे तो उस दिन घर प्रत्येक सदस्य को सावधान रहने की आवश्यकता है,क्यूंकि यह बात कुछ असुविधा को जताती है|
– कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहली में अन्दर न आने दें,दान घर की देहली के अन्दर से ही करें|
– यदि नियमित रूप से घर की प्रथम रोटी गाय को तथा अंतिम रोटी Dog को दें तो आपके भाग्य के द्वार खोलने से कोई नही रोक सकता|
– आप अपने निवास में कुछ कच्चा स्थान अवश्य रखें|
– आप अपने निवास में कुछ कच्चा स्थान अवश्य रखें|
यदि संभव हो तो यह घर के मध्य स्थान में रखें|यदि यहाँ तुलसी का पौधा लगा है तो फिर आपके कार्यों में कोई भी रूकावट नही आ सकती|
– आप यदि अपने व्यस्त जीवन में गुरूवार को केले के वृक्ष पर सदा जल अर्पित कर घी का दीपक तथा शनिवार को पीपल के वृक्ष में गुड,दूध मिर्षित जल वह सरसों के तेल का दीपक अर्पित करें तो कभी भी आर्थिक रूप से परेशान नही होंगे|
– आर्थिक सम्पनता के लिए आप नियम बना लें की नित्य ही किसी भी पीपल के दरखत में जल अवश्य दें|
– आप यदि अपने व्यस्त जीवन में गुरूवार को केले के वृक्ष पर सदा जल अर्पित कर घी का दीपक तथा शनिवार को पीपल के वृक्ष में गुड,दूध मिर्षित जल वह सरसों के तेल का दीपक अर्पित करें तो कभी भी आर्थिक रूप से परेशान नही होंगे|
– आर्थिक सम्पनता के लिए आप नियम बना लें की नित्य ही किसी भी पीपल के दरखत में जल अवश्य दें|