scriptधनतेरस के साथ कल होगा उजास के पर्व का आगाज, पांच दिन तक रहेगी त्योहारी रौनक | diwali 2019 | Patrika News

धनतेरस के साथ कल होगा उजास के पर्व का आगाज, पांच दिन तक रहेगी त्योहारी रौनक

locationभोपालPublished: Oct 24, 2019 01:32:25 am

Submitted by:

Bharat pandey

दीपोत्सव: पहले दिन होगी कुबेर, धनवंतरि और कोष की पूजा अर्चना

धनतेरस के साथ कल होगा उजास के पर्व का आगाज, पांच दिन तक रहेगी त्योहारी रौनक

धनतेरस के साथ कल होगा उजास के पर्व का आगाज, पांच दिन तक रहेगी त्योहारी रौनक

भोपाल। उत्साह, उमंग और सुख समृृद्धि के पर्व दिवाली की तैयारियों इन दिनों अंतिम चरणों में चल रही है। उजास के पांच दिवसीय पर्व की शुरुआत शुक्रवार को धन तेरस के साथ होगी। पांच दिनों तक शहर में दीपोत्सव का उत्साह नजर आएगा। इन दिनों मां लक्ष्मी के स्वागत सत्कार के लिए घर आंगन सजकर तैयार है। घरों में रंग-रोंगन के साथ विशेष साज सज्जा की जा रही है, साथ ही आकर्षक लाइटिंग की जा रही है। शहर की प्रमुख इमारतों पर भी आकर्षक विद्युत साज सज्जा की गई है। पूरे शहर में उत्साह का माहौल है। शहर में इस पर्व की रौनक धन तेरस से भाई दूज तक दिखाई देगी।

 

धन तेरस पर होगी धनवंतरि पूजा
धन तेरस का पर्व 25 अक्टूबर शुक्रवार को मनाया जाएगा। पूरे साल में यह दिन खरीदारी के लिए खास माना जाता है। इस दिन शहर के बाजारों में जमकर खरीदारी होने की उम्मीद है। धन तेरस के चलते बाजारों में व्यवसायियों ने खास इंतजाम किए हैं। इसी प्रकार शाम को शहर भर में घरों की देहरियों, प्रतिष्ठानों में दीपमालाएं सजाई जाएगी, और कुबेर, धनवंतरि और कोष की पूजा अर्चना होगी। धन तेरस के साथ ही दिवाली उत्सव की शुरुआत हो जाती है।

 

रूप चौदस पर निखारेंगे सौंदर्य
धन तेरस के अगले दिन 26 अक्टूबर को रूप चौदस का पर्व मनाया जाएगा। इस मौके पर सौंदर्य निखारने के लिए लोग उबटन से स्नान करेंगे, इसे नरक चतुर्दर्शी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन उबटन लगाकर स्नान करने से रंग, रूप निखरता है, साथ ही आयुष्य और ऐश्वर्य में भी वृद्धि होती है। पंडितों के अनुसार इस दिन घर के मुख्य द्वार के पास गेंहू की ढेरी पर चौमुखा दीपक जलाकर आराधना करना चाहिए। इससे यम के भय और नरक में जाने से भी मुक्ति मिलती है।

 

दिवाली पर होगी आतिशबाजी
दिवाली का पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दौरान घरों में सुख-समृद्धि की कामना के साथ मां महालक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाएगी। लोग एक दूसरे को दिवाली की बधाई देगे, और महालक्ष्मी पूजा के बाद आतिशबाजी कर खुशियां मनाएंगे। घरों को दीपमालाओं से रोशन किया जाएगा। सनातन धर्म में यह पर्व सबसे बड़ा माना गया है। शहर के मंदिरों में भी विशेष पूजा अर्चना होगी।

 

गोवर्धन पूजा, लगेगा 56 भोग
दिवाली के अगले दिन 28 अक्टूबर को गोवर्धन पूजन महोत्सव किया जाएगा। इस मौके पर घरों के बाहर आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर श्रद्धालु पूजा अर्चना करेंगे। शहर में भी अनेक मंदिरों में अन्नकूट महोत्सव के आयोजन होंगे और भगवान को 56 भोग लगाया जाएगा। सामाजिक संगठनों की ओर से भी अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

 

भाई दूज पर बहने लगाएगी भाई को टीका
भाई दूज का पर्व 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसी के साथ पांच दिवसीय उत्सव का समापन होगा। इस दिन बहने अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाएंगी और भाईयों के आयुष्य और आरोग्य के लिए कामना करेगी। इस दिन भाई अपनी बहनों के घर तिलक लगवाने पहुंचेंगे। इस दिन कायस्थ समाज द्वारा भी यम द्वितीया पर्व मनाया जाएगा। इस दिन समाज के लोग चित्रगुप्त पूजन, कलम दवात की पूजा करेंगे। शहर के चित्रगुप्त मंदिरों में भी विशेष आयोजन होंगे।

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो