अब बात करते हैं आखिर सभी बुलडोजर और जेसीबी का रंग पीला ही क्यों होताी है इसके पीछे की वजह जानकर हैरान रह जाएंगे। जब बुलडोजर को बनाया गया उसके बाद से इसका रंग सफेद और लाल हुआ करता था। फिर बाद में इसे पीला रंग से बदल दिया गया। पर क्या आप जानते है आखिर इसका रंग पीला ही क्यों होता है?

बताया जाता है कि शुरूआत में बुलडोजर और जेसीबी मशीन का रंग लाल, सफेद होता था। जब मशीन का काम देखा तो इसकी मांग तेजी से बढ़ती चली गई। इसे दोनो तरफ से उपयोग किया जा सकता है। यह खुदाई से लेकर तोड़फोड़ में प्रयोग की जाती है। समय और मांग के अनुसार इन मशीनों में कई बदलाव करने पड़े थे इसके साथ इसके रंग को भी बदला गया। बुलडोजर या जेसीबी बनाने वाली कंपनी मशीन का बड़े पैमाने पर उपयोग देखने के बाद तय किया कि इसका रंग पीला होना चाहिए और बदल गया बुलडोजर और जेसीबी का रंग।
इसलिए हो गया पीला रंग
शुरूआत में बुलडोजर और जेसीबी का रंग सफेद या लाल रंग होता था। लेकिन जब कंस्ट्रक्शन साइट्स पर इस मशीन से काम लिया जाता तो यह दूर से दिखाई नहीं देती थी। इस मशीन से दिन रात काम होता है। रात में भी इन मशीनों के लाल या सफेद होने से दूर से नहीं दिखती थी। इसलिए कंपनी ने तय किया कि ऐसा रंग मशीनों पर किया जाए कि मशीन को दूर देखा जा सके, फिर चाहे रात का समय हो या दिन का। आखिरकार लेकिन जेसीबी मशीन का रंग पीला कर दिया। जिससे इनको दूर से देखा जा सकता है।

किस देश की कंपनी बनाती है बुल्डोजर
जेसीबी एक ब्रिटिश की मैन्युफैक्चरर कंपनी है। इसका पूरा नाम जोसफ सायरिल बम्फोर्ड है। यह कंपनी कृषि, निर्माण और डिस्ट्रक्शन से जुड़े क्षेत्रों के लिए मशीनें बनाती है। इस कंपनी की स्थापना 1945 में हुई थी। कंपनी का मुख्यालय इग्लैंड के स्टैफ़र्डशायर के रोसेस्टर क्षेत्र में हैं। हालांकि दुनियाभर के कई देशों में इसके कई प्लांट्स हैं। भारत में भी इस कंपनी के 5 प्लांट है और एक डिजाइनिंग सेंटर है। भारत में बनी जेसीबी मशीनों को दुनिया के 110 देशों में निर्यात किया जाता है।