एसोसिएशन के सचिव डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि अन्य विभागों में डॉक्टरों को 2016 से सातवां वेतनमान दिया जा रहा है और मेडिकल टीचसज़् को 1.4. 2018 से दिया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षकों को भी 27 माह का एरियर दिया जाए। भले ही राशि नगद न दी जाए, उसे किश्तों में दे सकते हैं। इस आदेश में तीन विसंगतियां हैं, जिनमें मुख्य रूप से एनपीए समेत सभी भत्ते फ्रीज कर दिए गए हैं और सहा प्रध्यापक के 8 वर्ष के टाइम स्केल पे का क्लॉज हटाया गया है।
डॉ. मालवीय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 22 अक्टूबर तक मिलने का समय दिया है, 25 अक्टूबर तक इन विसंगतियों को दूर करने का इंतजार करेंगे। इसके बाद मेडिकल टीचर्स पुन: हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे। गौरतलब है कि इसके पहले भी डॉक्टर आंदोलन कर चुके हैं। यह आंदोलन मुख्यमंत्री कमलनाथ के हस्तक्षेप के बाद ही स्थगित हुआ था।