दरअसल, मध्यप्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में मरीजों को उचित उपचार देने के लिए चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है, ताकि उन्हें विभिन्न सेंटरों पर तैनात कर मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके।
वॉक इन इंटरव्यू से होगी भर्ती
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने 16 चिकित्सकों की भर्ती करने की मंजूरी दी थी, यह भर्ती संविदा के रूप में महज दो माह के लिए की जाएगी, जिनकी सेवाएं कोरोना वार्ड, सेंपलिंग और फीवर क्लिनिक में ली जाएगी। ताकि यहां आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।
ओमिक्रोन के नए वैरीएंट ने प्रशासन को चिंतित कर दिया है। क्योंकि यह सीधा फेंफड़ों पर असर करता है, इसी के चलते चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है, जिसमें फेफड़े के डॉक्टर, मेडिसिन डॉक्टर सहित एनएसथीसिया विशेषज्ञ के पद भी हैं। इसी प्रकार 8 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती भी की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि इन डॉक्टरों को कोरोना वार्ड, टेस्टिंग, फीवर क्लीनिक आदि स्थानों पर तैनात किया जाएगा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
24 घंटे में 9532 संक्रमित
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में करीब 9532 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, प्रदेश कुल एक्टिव केसों की संख्या भी 71203 हो गई है, वहीं रिकवरी रेट 90.50 प्रतिशत है, ऐसे में करीब 10547 लोग ठीक हुए हैं, इसी प्रकार 1390 पुलिसवाले भी मध्यप्रदेश में कोरोना की चपेट में आए हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजधानी के चिन्हित अस्पतालों में कोरोना की जांच का समय बढ़ाकर रात 11 बजे तक कर दिया है, इसके लिए अतिरिक्त लोगों की ड्यूटी भी लगाई है, ताकि मरीजों या संभावित लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।