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भोपाल

गांधी-जिन्ना के बीच मतभेद मिटाने नवाब हमीदुल्लाह ने लिखा था पत्र

नवाबी शासन काल के दस्तावेज की जांच में खुलासा। राष्ट्रीय अभिलेखागार के विशेषज्ञों ने बरामद दस्तावेज में एक बोरी व दो कार्टन बॉक्स खोले

भोपालFeb 23, 2020 / 01:42 am

Bharat pandey

गांधी-जिन्ना के बीच मतभेद मिटाने नवाब हमीदुल्लाह ने लिखा था पत्र

गांधी-जिन्ना के बीच मतभेद मिटाने नवाब हमीदुल्लाह ने लिखा था पत्र

भोपाल। ब्रिटिश और नवाबी शासन काल के जब्त किए दस्तावेजों में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को राष्ट्रीय अभिलेखागार के विशेषज्ञों ने बरामद दस्तावेज में एक बोरी और दो कार्टन बाक्स खोले। इनमें विशेषज्ञों को कई अहम दस्तावेज मिले। जिसमें महात्मा गांधी को नवाब हमीदुल्लाह की तरफ से लिखा गया एक उर्दू में पत्र भी मिला है। 1946 में लिखे गए पत्र में नवाब हमीदुल्लाह की तरफ से गांधी और मोहम्मद जिन्ना के बीच चल रहे राजनैतिक मतभेद को समाप्त करने का प्रस्ताव है। जिसमें दोनों के बीच हमीदुल्लाह ने सुलह कराने की मध्यस्थता करने का प्रयास किया।

राष्ट्रीय अभिलेखागार के अभिलेख अधिकारी मिर्जा मुमताज बेग ने बताया कि शनिवार को दस्तावेजों (फाइल-पन्ने) को उनके विभाग के अनुसार अलग-अलग सूचीबद्ध किया गया है। जोकि 55-56 विभाग हैं। इनमें निमंत्रण पत्र, बधाई पत्र के अलावा राजनैतिक महत्व के दस्तावेज है, जोकि देवास, पटियाला, होल्कर रिसायत, मैसूर आदि से पत्राचार हैं। इनमें से कुछ पत्र पहले से अभिलेखागार को सौंपे जा चुके हैं, लेकिन सामने आए पत्र अहमदाबाद पैलेस में छूट गए थे, यह उन्हीं की एक कड़ी हैं।

 

80 कार्टन, 61 बोरी, स्टील बाक्स में दस्तावेज
जब्त ट्रक में 80 कार्टन, 61 बोरियां और एक जर्जर स्टील बॉक्स में दस्तावेज हैं। इन दस्तावेजों की पुरातत्व विशेषज्ञ हर रोज जांच कर रहे हैं। बेग कहना कि दस्तावेजों की बारीकी से जांच किया जाना आवश्यक है, जिसमें महीनों का समय भी लग सकता है। उन्होंने बताया कि यह संग्रह इकलौते हैं, जिनकी कॉपी नहीं मिलती। इसलिए ये राष्ट्रीय महत्व के दस्तावेज हैं, जोकि न केवल भोपाल के लिए बल्कि प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण हैं। ज्ञात हो कि चार दिन पहले क्राइम ब्रांच ने गुजरात के दो व्यापारी भाविक बारोट और विपुल मेहता से एक ट्रक जब्त किया था, जिसे वे गुजरात ले जा रहे थे। ट्रक में ब्रिटिश और नवाबी शासन काल के दस्तावेज थे। अभिलेखागार की रिपोर्ट के आधार पर क्राइम ब्रांच ने दोनों व्यापारियों के खिलाफ एंटीक्विटी एक्ट और आर्ट ट्रेजर एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

 

बड़ा सवाल: जब व्यापारी दोषी तो, बेगम फातिमा कैसे बेगुनाह
मामले में क्राइम ब्रांच ने गुजरात के दोनों व्यापारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जबकि दस्तावेज बेचने वाली भोपाल के आखिरी नवाब हमीदुल्लाह के परिवार की बेगम फातिमा सुल्तान को पुलिस बेगुनाह बता रही है। एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल झारिया का कहना कि फातिमा का इंटेशन दस्तावेज के र²ी होने के बाद बेचना था। जबकि आरोपी इस काम में पहले से जुटे हैं। बड़ा सवाल यह कि जब फातिमा ने र²ी मानकर दस्तावेज बेचे और व्यापारी ने र²ी मानकर ही खरीदे तो एक पक्ष कैसे आरोपी हो गया। जबकि अपराध की जड़ फातिमा से शुरू होती है।

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