इस ट्रेड में प्रशिक्षित कुत्तों की तैनाती हवाई पट्टियों पर होगी, जो रनवे को पशु-पक्षियों से सुरक्षित करेंगे। ट्रेड शुरू करने आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। संबंधित ट्रेड के लिए ट्रेनिंग नौ माह तक चलेगी।
-400 से ज्यादा कुत्तों को कर चुके हैं ट्रेंड
नस्ल संख्या
मुधोल हाउण्ड 06
रामपुर हाउण्ड 04
राजा पलायम 04
चिप्पा पराई 02
कन्नी 02
कोम्बाई 02
पीएम नरेंद्र मोदी ने देसी नस्ल के कुत्तों को बढ़ावा देने की बात कही थी। इसी के तहत ट्रेनिंग दी जा रही है।
पहले भी तमिलनाडु से 20 श्वान लाए गए थे, पर वायरस की चपेट में आने से कुछ की मौत हो गई थी। इस बार कुत्तों को पहले राजधानी के मौसम के अनुकूल बनाया गया और इसके बाद ट्रेनिंग शुरू की गई।
खतरों को भांपने की क्षमता
खतरों को भांपने की क्षमता इन कुत्तों में अन्य की तुलना में बेहतर है। कद में ये सामान्यत: ऊंचे होते हैं। सीखने की क्षमता बेहतर है। प्रशिक्षण स्कूल में जर्मन शेफर्ड, लेब्राडोर समेत अन्य विदेशी नस्ल के कुत्तों को ट्रेंड किया जाता रहा है।
यहां है तैनाती प्रशिक्षण स्कूल से अब तक 18 बैच निकल चुके हैं। यहां से 400 से अधिक कुत्तों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। वर्तमान में प्रदेश में 167 कुत्ते तैनात हैं।
-अनिता प्रभा शर्मा, डीएसपी (प्रशासन) डॉग स्क्वॉड