आरटीओ का तर्क है कि ये बसें बिना परमिट के शहर के अंदर 30 किमी तक दूरी तय करती हैं। कार्रवाई के चलते बीसएलएल की बसें हलालपुरा तक ही आने और वहीं से इंदौर जाने लगीं, जबकि रसूखदारों की बसें अभी भी धड़ल्ले से आइएसबीटी से चल रही हैं। इधर यात्रियों को हलालपुरा तक जाने और वापसी में वहां से आने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे उन यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है, जिनके घर के पास से बसें गुजरती थीं, लेकिन अब हलालपुरा जाना पड़ रहा है। ऐसे में बीसीएलएल ने हलालपुरा के लिए छोटी बसों (ट्रेवलर) की सेवा शुरू की है।
लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी में यात्रियों को परेशान कर परिवहन विभाग आखिर किसे सुविधा देना चाह रहा है। यात्रियों को परेशानी हो रही है, जबकि कुछ संचालकों को खुली छूट दी गई है। नियमों के आड़ में खुलेआम सौतेला व्यवहार हो रहा है। यात्रियों का कहना है कि यदि नियम लागू ही करना था तो यात्रियों की सुविधा का ध्यान दिया होता और सभी बसों के लिए एक समान नियम होने चाहिए।
नेशनल परमिट को बना रहे आधार परिवहन विभाग नियमों की आड़ में भले ही कार्रवाई के नाम पर कुछ संचालकों पर कृपा कर रहा हो, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कई निजी ट्रैवल्स नियमों की आड़ लेकर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। कार्रवाई के दौरान बस संचालक अपनी बसों को मिसरोद या मंडीदीप से इंदौर तक चलना दर्शाते हैं। हालांकि ये बसें कभी वहां नहीं जातीं और आइएसबीटी से ही संचालित होती हैं।
बढ़ गई यात्रियों की संख्या
चार्टर्ड बसों को आइएसीबीटी पर रोकने का सीधा फायदा कुछ खास निजी ट्रैवल्स की बसों को मिल रहा है। बुकिंग करने वाले एजेंटों की मानें तो दो दिन पहले तक इन ट्रैवल्स की बसें खाली जा रही थीं। वहीं दो दिन से बसें समय से पहले ही पूरी भर रही हैं।
चार्टर्ड बसों को आइएसीबीटी पर रोकने का सीधा फायदा कुछ खास निजी ट्रैवल्स की बसों को मिल रहा है। बुकिंग करने वाले एजेंटों की मानें तो दो दिन पहले तक इन ट्रैवल्स की बसें खाली जा रही थीं। वहीं दो दिन से बसें समय से पहले ही पूरी भर रही हैं।
यह है नियम विभाग के नियमों के मुताबिक शहर में चार बस स्टैंड का तैयार किए गए हैं। इनमें से इंदौर, उज्जैन रूट पर जाने वाली बसें हलालपुर, विदिशा की ओर जाने वाली बसें नादरा, बैरसिया की ओर जाने वाली बसें पुतलीघर बस स्टैंड और होशंगाबाद, जबलपुर की ओर जाने वाली बसें आइएसबीटी से चलेंगी।
नियम सबके लिए बराबर हैं। इंदौर तरफ जाने वाली कोई बस आईएसबीटी पर नहीं चल सकती। अगर ऐसा है तो हम कार्रवाई करेंगे।
संजय तिवारी, आरटीओ भोपाल
संजय तिवारी, आरटीओ भोपाल