किट व रिएजेंट्स की कमी, दर्जन भर जरूरी जांचें अटकीं
भोपालPublished: Oct 27, 2020 01:58:03 pm
बजट की कमी बताकर आउटसोर्स कर दी व्यवस्था, कई जरूरी जांचें हो गई बंद
किट व रिएजेंट्स की कमी, दर्जन भर जरूरी जांचें अटकीं
भोपाल. हमीदिया-सुल्तानिया बिस्तरों के लिहाज से प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल हैं। दोनों अस्पतालों में मिलाकर हर दिन 70 ऑपरेशन होते हैं। लेकिन, इनकी सर्जरी तभी हो सकती है, जब जांचें कराकर लाएं। वजह है, हमीदिया अस्पताल में करीब महीने भर से एक दर्जन जरूरी जांचें बंद हैं। किट व रिएजेंट्स नहीं होने की वजह से यह जांचें नहीं हो पा रही हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों में हर दिन करीब 200 मरीज बिना जांच लौट रहे हैं। बजट की कमी के चलते किट की खरीदी नहीं हो पा रही है। दरअसल, एक साल पहले गांधी मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री व माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांचें आउटसोर्स कर निजी लैब के हवाले कर दीं गई। इन विभागों ने जांच किट, केमिकल सहित जरूरी रिएजेंट्स मांगे थे तो उन्हें बजट की कमी बताई गई। लेकिन प्रायवेट लैब को हर महीने लाखों का भुगतान किया जा रहा है।
भर्ती मरीज परेशान
अव्यवस्था का हाल यह है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी जांच के लिए परेशान होना पड़ रहा है। दरअसल, जरूरी जांचों के लिए सिर्फ सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक सैंपल लिए जाते हैं। इसके बाद इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की जांच की कोई सुविधा ही नहीं है।
संभागायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में किट व रिएजेंट्स खरीदी का निर्णय हुआ है। कॉलेज प्रबंधन खरीदी की प्रक्रिया को पूरा कर टेस्ट के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराएगा।
डॉ. आइडी चौरसिया,
अधीक्षक, हमीदिया अस्पताल