कौन हैं रामकृष्ण कुसुमारिया: रामकृष्ण कुसुमारिया भाजपा के दिग्गज नेता है और बुंदेलखंड में पार्टी के बड़े नेता हैं। कुसुमारिया राजनगर से टिकट मांग रहे थे। वो भाजपा के पांच बार के सांसद, दो बार के विधायक और शिवराज सरकार में पूर्व मंत्री रहे चुके हैं। हालांकि रामकृष्ण कुसमरिया 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में अपना चुनाव हार गए थे। उसके बाद पार्टी ने उन्हें बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया था।
दो पूर्व विधायकों ने भी भरा नामांकन: नामांकन के आखिरी दिन भोपाल जिले के दो पूर्व विधायकों ने पार्टी से बगावत कर नामांकन भरा है। पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज हुजूर सीट से जितेंद्र डागा और बैरसिया से ब्रह्मानंद रत्नाकर ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया। बैरसिया से भाजपा ने विष्णु खत्री को फिर से टिकट दिया है। विष्णु संघ के प्रचारक रह चुके हैं। दूसरी बार टिकट मिलने पर वह पूर्व विधायक ब्रह्मानंद रत्नाकर को मनाने उनके घर भी गए थे। इधर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के करीबी जितेंद्र डागा ने भी हुजूर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। 2008 में जितेंद्र डागा को सुषमा स्वराज के कहने पर ही टिकट मिला था। हालांकि हत्या के मामले उनका नम आने के बाद से 2013 में पार्टी ने उन्हें दोबारा टिकट नहीं दिया था।