गोविंद रथ ने बताया कि नाटक का उद्देश्य स्टूडेंट्स को ओडि़शा की लोक परंपराओं से रू-ब-रू कराना था। नाटक में वहां की परंपराओं, नृत्य शैली और कॉस्ट्यूम्स को शामिल किया गया। इस नाटक के लिए स्टूडेंट्स ने वहां की भाषा की जाना और सीखा भी। नाटक में कई संवाद भी उडिय़ा भाषा के शामिल किए गए।