टाटा प्रोजेक्ट्स की तरफ से जो पानी की लाइन डाली जा रही है इसमें अभी भी कई किलोमीटर सड़कों का काम बाकी है। वहीं सीवेज का कार्य कर रही अंकिता कंस्ट्रक्शन कंपनी को अभी पहले फेज में आठ से दस किमी की सड़कों का रेस्टोरेशन करना है।
बारिश के दौरान बड़ा तालाब, केरवा और भदभदा डैम के कैचमेंट एरिया में ड्रोन से नजर रखी जाएगी, यह पहली बार होगा। ड्रोन कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। डैम के ओवरफ्लो होने या आसपास के जिलों में बाढ़ की स्थिति बनने पर कंट्रोल से जानकारी मिल सकेगी। जिससे समय रहते व्यवस्था की जा सके। ड्रोन का उपयोग इमरजेंसी के दौरान किया जाएगा। इनसे कई किमी एरिया कवर होगा
18 क्षेत्र जलभराव के लिए डेंजर जोन में
वहीं शहर में जलभराव वाले क्षेत्र छान, बागमुगालिया, जाटखेड़ी, नाला क्षेत्र, छोला, भानपुर, रासलाखेड़ी, शिवनगर, निशातपुरा, नेवरी, पंचशील नगर व शहरी क्षेत्र की झुग्गी बस्तियों सहित 18 क्षेत्र में जलभराव होता है। कलेक्टर ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वे इन क्षेत्रों का निरीक्षण कर यहां के आस-पास के नालों की साफ सफाई कराएं। अगर कहीं गड्ढा या सीवर लाइन के लिए खोदी गई सड़क का रेस्टोरेशन नहीं हुआ है तो उसे तत्काल पूरा कराया जाए।
सात पुलियों की जांच होगी
बरसात से पूर्व शहर की सात पुलिया गांधी नगर से बैरसिया, भौरी से अमरावती मार्ग, सेमरा पउआ नाला, बरखेड़ी डोब मार्ग, कोलार रोड से मंडीदीप मार्ग पर बनी पुलिया, मिसरोद अमझरा मार्ग पर बनी पुलिया, पड़रिया जाट एप्रोच रोड पर बनी पुलिया का निरीक्षण और जांच जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि संबंधित विभाग देखें और कोई कमी हो तो उसे समय से पहले पूरा करा लिया जाए।
ये भी दिशा निर्देश दिए हैं
- खदानों की फेंसिंग कराए खनिज विभाग: बरसात से पूर्व जिन खदानों में पानी भर जाता है, उसके आस-पास की फेंसिंग कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं।
- जलश्रोत प्रतापी, कोलांस, बीन, कलियासोत, हताईखेड़ा, हलाली डैम, बड़ा तालाब, छोटा तालाब, केरवा के आस-पास बरसातों में लोग न जाएं। इसके लिए बरसात शुरू होते ही होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाए।
- बरसात पूर्व फतेहगढ़ का कंट्रोल रूम शुरू करना है।