फेल होने वाले आवेदक को 10 दिनों में मिलेगा दोबारा मौका, इस तरह होगा टेस्ट
1 अप्रेैल से लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।

भोपाल. ड्राविंग लाइंसेस बनवाने वाले आवेदकों को अब परीक्षा देनी पड़ेगी और जो आवेदक इस परीक्षा में फेल हुए हैं उन्हें दोबारा मौका भी दिया जाएगा। लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को कोकता स्थित नए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में बने ऑटोमैटिक ड्राइविंग ट्रैक पर परीक्षा से गुजरना होगा। इसके लिए 200 में से 165 नंबर लाना अनिवार्य होगा।
परीक्षा में फेल होने वाले आवेदकों को 10 दिन बाद दोबार परीक्षा देने का मौका मिलेगा। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सोमवार को कोकता में बने नए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का निरीक्षण किया। परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में इंदौर के बाद अब भोपाल में भई 1 अप्रैल से लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रकि्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया जाएगा। उप परिवहन आयुक्त अरिंद तिवारी एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकरी संजय तिवारी ने बताया कि मध्यप्रदेश में पुणे की तर्ज में ऑटोमैटिक ड्राइविंग ट्रैक फिलहाल इंदौर कार्यालय में संचालित हो रहा है।
भोपाल में नया परिसर, ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनकर पूरी तरह से तैयार है। वहीं, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से समय लेकर जल्द ही ट्रैक का शुभारंभ किया जाएगा।
इस तरह होगा टेस्ट
कोई आवेदक 4 पाहिया वाहन से डीएल के लिए ट्रायल देगा तो गाड़ी रिवर्स में एक फीट तक ट्रैक से बाहर आने पर नंबर नहीं कटेंगे। ज्यादा होने पर अंक काटे जाएंगे।
एक फीट से ज्यादा, 6 इंच तक पीथे आने पर 20 नंबर की कटौती निर्धारित की गई थी।
शुरुआत में एक वाहन चालक को एक बार में ट्रायल के लिए भेजा जाएगा।
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