कमलापार्क में भी एक मकान की दीवार गिर गई। जिसके नीचे आने से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 2 बच्चे सहित एक महिला भी शामिल है। घटना के बाद मौके पर कलेक्टर सहित सभी अधिकारी रात से पहुंच गए हैं।
बताया जाता है कि तेज़ बारिश के चलते एकाएक यह दीवार धसक गई, जिसकी चपेट में एक ही परिवार के तीन लोग आ गए। वहीं बारिश का तांडव राजधानी में अब तक रुका नहीं है। कहीं तेज तो कहीं रिमझिम फुहारों का दौर अब तक जारी है।
वहीं एक अन्य घटना में टीला जमालपुरा में पुलिस चौकी के पास 16 साल का बच्चा नाले में बह गया है।
वहीं दूसरी तरफ तेज बारिश के चलते कोलार के एक प्राइवेट स्कूल में छज्जा गिर गया।तेज आवाज होने पर स्कूल में मौजूद सभी लोग डर गए और स्कूल से बाहर निकल आए। इस दौरान कोई भी आस पास नहीं था। जिससे किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। हादसे के बाद स्कूल प्रशासन ने स्कूल को खाली करवा दिया। ताकि किसी को कोई नुकसान न पहुंचे।
कई जगह बच्चे पानी में बहे
बारिश के तेज बहाव के चलते प्रदेश में कई जगह बच्चों के बह जाने की खबर मिली है। भोपाल में टीलाजमालपुरा क्षेत्र में बच्चा बहा तो वहीं रायसेन में नाले में एक 11 साल का बच्चा बह गया। जिसे गोताखोर ढूढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।
ये है बारिश की स्थिति…
दो दिन से सक्रिय हुए मानसून ने सावन के आखिरी सोमवार को भोपाल समेत प्रदेश के 17 शहरों को तर कर दिया। राजधानी भोपाल में रात 11:30 बजे तक चार इंच से ज्यादा बारिश हो गई थी। भोपाल में सुबह से शुरू हुआ पानी बरसने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। जो मंगलवार की सुबह भी चलता रहा।
रात में ही फायर कंट्रोल रूम में अलग-अलग कॉलोनियों से जलभराव की शिकायतें आ गईं थी। ई-7 अरेरा कॉलोनी, त्रिलंगा, कोलार रोड, शाहपुरा, राजीव नगर, अशोका गार्डन, होशंगाबाद रोड के स्नेह नगर, रेलवे स्टेशन के आस-पास के इलाकों के कई घरों में देर रात पानी भर गया। वहीं इन इलाकों में सड़कें पूरी तरह डूब चुकी थीं।
वहीं भोपाल के बड़े तालाब का जलस्तर सोमवार शाम तक 1657.75 फीट पर थमा हुआ था। भोपाल के बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया सीहोर में ज्यादा बारिश नहीं होने से लेवल नहीं बढ़ सका। यह फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट से अभी 9 फीट कम है। हालांकि मंगलवार अलसुबह तक हुई बारिश से तालाब के जलस्तर में इजाफा होने की संभावना है।