एक तरफ ग्रेट स्प्रेटर का अधूरा पड़ा निर्माण के कारण यहां पर यातायात व्यवस्था चरमरा गई है तो दूसरी ओर शराब की दुकान और यहां पर जमा होने वाले लोगों के कारण राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिला प्रशासन या आबकारी द्वारा इन शराब की दुकान की जगह को नहीं बदल सका।
माहौल इतना बिगड़ा हुआ है कि सुबह से ही देर रात तक दुकानों के पास आसामाजिक तत्वों का जमघट बना रहता है। लालघाटी चैराहा शराबियों को अड्डा बन गया है। यहां शाम होते ही शराबियों की मंडली जमने लगती है। नशे की हालत में इनके उपद्रव से राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शराबियों का जमघट लगने से इस चैराहे पर नमकीन जैसी चीजें बेचने के लिए दर्जनों ठेला भी लगने लगे हैं।
शाम को सडक़ पर छलकते हैं जाम
चैराहे के पास से बड़ी संख्या में लोग बस का इंतजार करते हैं इसमें कई आफिसों में काम करने वाली महिलाएं और पढऩे वाली छात्राएं भी खड़े होकर बस या मैजिक का इंतजार करती हैं ऐसे में पास में बनी शराब की दुकानों पर लगने वाले जमघट से उन्हें परेशानी भी होती है। शाम होते ही फुटपाथ और सडक़ पर शराबियों का डेरा जमा हो जाता है नशे की हालत में वह सडक़ों पर पड़े रहते हैं।
कई गरीब परिवार हो रहे तबाह
संत नगर में बढ़ रहे शराब के कारोबार के कारण चिन्ता की लकीर बनती जा रही है। इसका खामियाजा मजदूरी करके पेट पालने वालों को भुगतना पड़ रहा है। जिनमें लगभग 90 प्रतिशत लोग मेहनत मजदूरी करने राजधानी आते-जाते हैं जिनके अधिकतर गरीब परिवार के लोग शराब का सेवन करने से तबाह हो चुके हैैं।