मंडल स्तर पर अब ग्रामीण वोटर्स के लिए कैम्पेन तैयार होगा। इसके लिए अगले हफ्ते तक बैठक भी होगी। नगरीय निकाय चुनाव के लिए बनी दो कमेटियों का काम इस दौरान चलता रहेगा, लेकिन प्राथमिकता पर धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्र आना है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव के लिए कमेटियां गठित होंगी।
भाजपा के कई नेता पश्चिम बंगाल चुनाव में व्यस्त। आरक्षण को लेकर कोर्ट में सरकार का उलझना, स्टे आना। कोरोना संक्रमण का बढ़ना, फिर बोर्ड परीक्षाएं जिस कारण से नगरीय निकाय चुनाव में देरी हो सकती है।
पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होते हैं जिस कारण से नेताओं की व्यस्तता से कोई खास फर्क नहीं पड़ना है। इसलिए माना जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव इस बार बाद में और पंचायत चुनाव पहले हो सकते हैं।
चुनाव की तैयारियां एक साथ की जाएंगी। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्ग विजय सिंह ने गुरुवार को सभी कलेक्टरों को दिशा निर्देश दिए। कहा कि सभी तैयारियां आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार करें।