अब यहां बारिश में हो रही परेशानियों को लेकर कोलारवासियों ने नगरीय प्रशासन को विभिन्न माध्यम से 1200 शिकायतें भेज दी है। जांच में खुलासा होने के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ठेका कंपनी पर कार्रवाई की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार कंपनी पर करीब दो करोड़ का जुर्माना किया जा सकता है।
इस राशि से कोलार में खोदी गई पक्की सडक़ों के साथ कच्ची सडक़ों को भी दुरुस्त किया जाएगा। कोलार में फिलहाल 90 किमी की सडक़ें खुदी पड़ी हैं। इनमें 50 किमी सडक़ें कच्ची हैं, जिनके रेस्टोरेशन से कंपनी ने पूरी तरह से इंकार कर दिया है।
स्थिति ये है कि जिन सडक़ों पर एक माह पहले लाइन डाली गई थी, वहां अब रेस्टोरेशन हो रहा है, वह भी नाममात्र का। शिकायतकर्ता संदीप कुमार का कहना है कि सस्ता भंडार से समृद्धि परिसर तक का पूरा रोड बर्बाद हो चुका है। शिकायत के बाद सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन मिल रहा है। दानिशकुंज निवासी प्रमोद सैनी का कहना है कि अगर उस समय मुरम डाल देते तो अभी इतनी दिक्कत नहीं होती।
इनका था जिम्मा
विधायक रामेश्वर शर्मा ने पानी आने तक का पूरा श्रेय लेने की कोशिश की, लेकिन खुदी सडक़ों पर एक बार भी कंपनी को कुछ नहीं कहा। जोन 18 के जलकार्य इंजीनियर आशीष मार्तंड, जेडी खान, प्रभारी चीफ इंजीनियर एआर पंवार को यहां मॉनिटरिंग कर रेस्टोरेशन कराना था, लेकिन कोई भी कोलार रोड से एक किमी अंदर किसी कॉलोनी का हाल देखने नहीं पहुंचे। मामले में आयुक्त नगरीय प्रशासन गुलशन बामरा का कहना है कि इंजीनियरिंग शाखा इस पर कार्रवाई करेगी।
नहीं हो रही सुनवाई
चैंबर के लिए खोदे गड्ढे, डेढ़ माह तक नहीं पक्के कर पाए। गड्ढों में वाहनों के गिरने और बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बारिश में इन गड्ढों में भी पानी भर जाता है, जिससे वाहन चालक को अंदाजा नहीं मिल पाता है। इसकी शिकायत की, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हो पाई है।