खजूरी निवासी आशीष (25) पुत्र मोतीलाल फलेजा की 29 अप्रेल को मृत्यु हो गई थी। पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से क्षुब्ध मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों ने रविवार सुबह पहाड़ी पर चढ़कर ढोल बजाया। दोपहर तक बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां एकत्र हो गए।
मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास संस्थान की राजस्थान इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष गोविन्द जांगिड़, जिला अध्यक्ष डा. ललित बरण्ड़ा, देवचंद खराड़ी, तिलक गोस्वामी, कांतिलाल आमलिया आदि भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे तथा घटनाक्रम की जानकारी ली। घटनास्थल का मौका मुआयना भी किया। उन्होंंने निष्पक्ष जांच कराई जाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से कानून हाथ में नहीं लेने तथा थाने का घेराव एवं हाइवे जाम जैसे गतिविधियां नहीं करने की सलाह भी दी।
लोगों से की पूछताछ
युवक की मौत के मामले को लेकर ग्रामीणों के बीच दिनभर चर्चा का दौर चलता रहा। घटना से संबंधित लोगों से पूछताछ की गई। परिवार के एक सदस्य की ओर से शव ले जाते देखने की बात भी सामने आई। इस पर वहां बैठे लोग सकते में आ गए तथा ग्रामीणों ने उसके साथ सवालों की झड़ी लगा दी।
थाना प्रभारी पहुंचे ग्रामीणों के बीच अपराह्न करीब तीन बजे बिछीवाड़ा थानाप्रभारी गेहरीलाल गुर्जर ग्रामीणों के बीच पहुंंचे तथा घटना से जुड़े तथ्यों की जानकारी ली। थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों की ओर से बताए हर तथ्य की निष्पक्ष जांच की जाएगी। मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामजीलाल चंदेल कर रहे हैं। एएसपी चंदेल ने बताया कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाईकी जाएगी।
पुलिस बल तैनात रहा ग्रामीणों की ओर से प्रस्तावित थाने का घेराव तथा हाइवे जाम को लेकर पुलिस बल तैनात था। वरिष्ठ अधिकारी भी थाने पर तैनात रहकर हालात पर नजर रखे हुए थे। गौरतलब है कि गत 29 अप्रेल को आशीष का शव कुएं में मिला था। इसी दिन उसका विवाह होने वाला था तथा बारात जाने वाली थी।
युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुईमौत को लेकर परिजनों ने गत 12 मई को पांच नामजद के खिलाफ बिछीवाउ़ा थाने में रिपोर्टदी थी। इसके बाद 17 मई को एसपी को तथा 24 मईको पुन: बिछीवाड़ा थाना प्रभारी को रिपोर्ट दी थी।