दत्त जन्म उत्सव का आयोजन शाम को किया गया। इस मौके पर मंदिर में आकर्षक साज सज्जा की गई थी। भगवान दत्त को पालने में झुलाया गया, और महिलाओं ने लोरी (पालना बधाई गीत ) गाई। मंदिर को फूलमालाओं से सजाया गया था। समाज के लोगों ने भगवान दत्त की पूजा अर्चना की, इसके बाद महाआरती और प्रसाद वितरण हुआ। इसके पहले सुबह मंदिर में भगवान दत्त का अभिषेक, विशेष पूजा अर्चना की गई, इसके बाद गुरु चरित का वाचन हुआ। दोपहर 3 बजे से यहां दत्त जन्म पर कीर्तन हुआ। इसमें कीर्तनकार श्रीराम रोड़े ने भगवान के जन्म के पहले पालना गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर रोहिणी शिंगवेकर,सुधाकर आलती, श्यामराव पाठक, विजय अपशंकर, संध्या देवलालीकर, संजय जोशी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
आज गोपाल काला, कल शोभायात्रा
दत्त जयंती के उपलक्ष्य में दत्त मंदिर में दत्त जयंती सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत गुरुवार को गोपाल काला का आयोजन किया जाएगा, इसी प्रकार शुक्रवार को दत्त भगवान की शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर मंदिर की परिक्रमा करेगी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। शोभायात्रा के बाद प्रसाद वितरण होगा और दत्त जयंती महोत्सव का समापन होगा। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।