दोस्त की मदद से मिला पहला मौका
उस समय मैं संगीत की शिक्षा लेने अमेरिका जाने वाली थी। म्यूजिक कंपोजर अमित त्रिवेदी के स्टूडियो से मुझे दोस्त ने फोन किया कि अमित अगली फिल्म के लिए फ्रेश वॉइस तलाश रहे हैं। उस समय तक मैंने एक भी ङ्क्षहदी गाना नहीं गाया, मेरे सभी गानों की रिकॉर्डिंग अंग्रेजी गानों की ही थी। मेरे पास जो भी था मैंने वह भेज दिया। उन्होंने जब मेरी आवाज सूनी तो उन्हें यह पसंद आई और मुझे सलेक्ट कर लिया गया।
रिएलिटी शो में सीखने की मानसिकता से जाएं
शाल्मली ने बताया कि सिंगिंग के रिएलिटी शो एक अच्छा मंच हैं। इसके लिए कोई भी कंटेस्टेंट हो वो एक करेक्ट माइंडसेट लेकर जाए कि आपको इसमें सीखने का मौका भी मिलेगा, सिर्फ ये मानसिकता बनाकर नहीं जाएं कि वहां जीतकर ही लौटना है। शो में मौजूद जजेस काफी अच्छे म्यूजिशियन होते हैं, जो आपको कई टिप्स देते हैं, ये उनके जीवन का निचोड़ होता है। अगर शो से बाहर होने के बाद आपने कुछ सीखा नहीं तो की फायदा नहीं होगा। कुछ ऐसे सिंगर्स ऐसे भी है जो रिएलिटी शो पर डिपेंडेंट हो जाते हैं जो गलत है।