रिंग 18 डिग्री के झुकाव पर होंगे
अगर आप टेलिस्कोप से शनि को देखेगे तो इसके रिंग 18 डिग्री के झुकाव पर होंगे। यह 0.2 मैग्नीट्यूड की चमक के साथ आकाष में होगा। अगर बादल बाधा न बनें तो शाम लगभग 7 बजकर 51 मिनिट पर यह पूर्वी आकाष में उदित हुआ दिखकर होकर रात भर आकाष में रहकर सुबह सबेरे 5 बजकर 6 मिनिट पर अस्त होगा। मध्यरात 12 बजकर 29 मिनिट पर यह आकाष पर ठीक सिर के उपर होगा।
यह सूर्य मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह
सारिका ने बताया कि शनि सेटर्न सौर परिवार का छटवां ग्रह है और यह सूर्य मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। अगर काल्पनिक रूप से सूर्य से पृथ्वी की दूरी 10 यूनिट है तो शनि 96 यूनिट दूर है। सूर्य का प्रकाश यहां तक पहुंचने में लगभग 83 मिनट लगते हैं। इसके 82 चंद्रमा अब तक खोजे जा चुके हैं जिनमें से 53 की पुष्टि हो चुकी है।
सेटर्न अपोजीषन की आगामी घटनायें
सारिका ने जानकारी दी कि शनि , सूर्य की परिक्रमा लगभग 29 साल 6 महने में करता है। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 365 दिन में करती है। इससे पृथ्वी परिक्रमा करते हुये लगभग एक साल और 13 दिन बाद पुनः शनि की सीध में आ जाती है।
14 अगस्त 2022
27 अगस्त 2023
8 सितम्बर 2024