क्योंकि कलियासोत, केरवा और कोलार डेम में पर्याप्त पानी है, पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण आस-पास की जमीन में भूगर्भीय हलचल का दौर जारी है। ऐसे में डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहते हुए कैसे खुद को सुरक्षित रख सकते हैं इस पर ध्यान दें।
कान्हाकुंज के आस-पास जमीन में हो रही हलचल के कारण अभी तक कई बार धमाके की आवाजें जमीन के अंदर से आ चुकी हैं, शुक्रवार को भी एक दो आवाज आईं हैं। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम आस-पास जांच कर चुकी है। शुक्रवार को एसडीएम हुजूर राजकुमार खत्री, खनिज विभाग की टीम कान्हाकुंज पहुंची। जिला खनिज अधिकारी राजेंद्र सिंह परमार और उनकी टीम ने भी लोगों से बातचीत की और टीम आस-पास टीम भेजकर पहाड़ी क्षेत्र में जांच कराई तो उन्हें स्थिति सामान्य मिली।
वैसे भी इस क्षेत्र में आस-पास खदानें आवंटित नहीं की गई हैं। इसके बाद एसडीएम हुजूर ने कान्हाकुंज में ही एक सार्वजनिक जगह पर लोगों को एकत्र कर उन्हें बताया कि जमीन में हो रही हलचल से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर कहीं कोई ऐसा आभास होता है तो अपने आप को बचाने के लिए मकान के कोने में सिर को बचाते हुए छिपें, भोपाल शहर भूकंप के मामले में सुरक्षित जोन में है। जो भी कुछ हो रहा है वह आस-पास पानी के एकत्र होने से हो रहा है।
रहवासियों ने बताया कि एक दो घंटे लगातार तो कभी चार घंटे बाद आ रहीं आवाजें
चर्चा के दौरान रहवासियों ने बताया कि कभी एक घंटे में दो से तीन आवाजें भी होती हैं तो कभी 4-4 घंटे सामान्य स्थिति रहती है। गुरुवार को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने जमीन का परीक्षण कर बताया है कि आस-पास पहाड़ी क्षेत्र है जिसमें पानी बैठने के कारण ऐसा हो रहा है, लेकिन ये खतरनाक नहीं है। कान्हाकुंज दो फेज में बसाहै जिसमें लगभग 300 परिवार रहते हैं, जब से आवाज आना शुरू हुई है लोग डरे हुए हैं।
जबलपुर के सम्पर्क में है टीम, सीस्मोग्राफी यंत्र पर भी निगरानी
धमाकों के संबंध में भोपाल स्थित जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम जबलपुर के संपर्क में भी है, जमीन में होने वाली हर हलचल पर पल-पल निगरानी की जा रही है। सीस्मोग्राफ यंत्र जो 300 किलोमीटर का दायरे में जमीन में हो रही गतिविधियों पर निगरानी करता है, उस पर भी निगाह रखी जा रही है।
कान्हाकुंज के रहवासियों को समझाइश दी है कि आवाज को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है, आस-पास पानी की जमावट के चलते ऐसा हो रहा है। जब भी आवाज आए तो पहले खुद को सुरक्षित करें।
– राजकुमार खत्री, एसडीएम हुजूर