scriptप्रदेश में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की परीक्षा ऑनलाइन लेने की तैयारी, आरजीपीवी की नई योजना | education news | Patrika News

प्रदेश में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की परीक्षा ऑनलाइन लेने की तैयारी, आरजीपीवी की नई योजना

locationभोपालPublished: Jul 10, 2020 11:40:42 pm

परंपरागत पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं पर फैसला टला

RGPV

RGPV एजुकेशन टूर के नाम पर हवाई यात्रा में उड़ा दिए लाखों रुपए, अब सरकार कर रही जांच

भोपाल। यूजीसी के निर्देश पर प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज में अब आखरी सेमेस्टर और लास्ट ईयर की परीक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन तरीके से ही करवाया जाएगा। आरजीपीवी प्रबंधन ने ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है और जल्द ही इसे मंजूरी के लिए कार्यपरिषद की बैठक में भेजा जाएगा। शुक्रवार को आरजीपीवी परिसर में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में ऑनलाइन मीटिंग के जरिए सदस्यों ने कुलपति को परीक्षाओं के टाइम टेबल और आयोजन से जुड़े अन्य बिंदुओं पर सुझाव दिए हैं। आरजीपीवी जल्द ही यह प्रस्ताव कार्यपरिषद में लाकर पारित करेगी ताकि प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस महीने के अंत तक परीक्षाओं का आयोजन कराया जा सके। इधर उच्च शिक्षा विभाग की ओर से मध्यप्रदेश के परंपरागत पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। विभाग की ओर से फिलहाल ऑनलाइन या ऑफलाइन पद्धति से परीक्षा लेने के मुद्दे पर भी किसी प्रकार का कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है जिसके चलते अंडर ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के तीन लाख से ज्यादा परंपरागत पाठ्यक्रम में रजिस्टर्ड विद्यार्थियों का चालू शैक्षणिक सत्र अधर में लटका हुआ है।
उल्लेखनीय है कि यूजीसी की गाइडलाइन के मुताबिक देश के अन्य राज्य ऑनलाइन परीक्षाओं का आयोजन कर रहे हैं जबकि मध्यप्रदेश में ऑफलाइन तरीके से इंजीनियरिंग एवं परंपरागत पाठ्यक्रम की परीक्षाओं के आयोजन का टाइम टेबल जारी कर दिया गया था। भोपाल से लेकर दिल्ली तक इस मामले में लगातार सामने आ रहे विरोध के मद्देनजर शासन ने सभी परीक्षाओं का आयोजन निरस्त कर विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने की घोषणा कर दी थी। यूजीसी के नए निर्देश आने के बाद अब अंतिम वर्ष और सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन करवाया जा रहा है। ऑनलाइन परीक्षा कराना उच्च शिक्षा विभाग एवं आरजीपीवी प्रबंधन के लिए एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इसके लिए के दूर दराज में मौजूद कॉलेजों में कंप्यूटर लैब तैयार करवाने होंगे और फैकल्टी को ऑनलाइन परीक्षा कराने की ट्रेनिंग भी देना पड़ेगी।
विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत बिठाना और इसके लिए बड़े परिसर की तलाश करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। आरजीपीवी एवं उच्च शिक्षा विभाग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए विद्यार्थियों की परीक्षा लेता है तो भी सभी पाठ्यक्रम की परीक्षाओं को आयोजित करने में 2 महीने से ज्यादा का वक्त लग सकता है। मध्यप्रदेश में परंपरागत कोर्स एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र अगस्त से चालू करने की तैयारियां की जा रही हैं जिन्हें ऑनलाइन परीक्षा आयोजन के चक्कर में टालना पड़ सकता है। बहरहाल आरजीपीवी की एकेडमिक काउंसिल ने स्पष्ट कर दिया है कि अब परीक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन ही करवाया जाएगा इसलिए सभी तकनीकी कॉलेजों को इसके लिए तैयार रहने के निर्देश दिए जाएंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो