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आठ सड़कों को बना डाला मौत का ट्रैक

locationभोपालPublished: May 09, 2018 10:46:55 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

रफ्तार का जानलेवा जुनून: 16 माह में रेसिंग और स्टंट से 36 घरों के बुझ गए चिराग

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भोपाल. रफ्तार के शौकीनों ने शहर की आठ सड़कों को फार्मूला-वन रेसिंग-स्टंट ट्रैक बना रखा है। इन सड़कों पर बाइकर्स स्टंट करते हैं तो कार सवार रेसिंग। रफ्तार के इस जुनून से आए दिन यहां एक्सीडेंट होते हैं। पिछले 16 माह में ३6 मौतें इससे हो चुकी है। इतना ही नहीं ये स्टंटबाज करीब सात राहगीरों की भी जान ले चुके हैं।
बावजूद इसके पुलिस, प्रशासन और सड़क निर्माण एजेंसियां बेकाबू रफ्तार से कार व बाइक दौड़ाने वालों को काबू नहीं कर पा रही हंै। कार्रवाई नहीं होने की वजह से ऐसे वाहन चालकों का दुस्साहस बढ़ता ही जा रहा है। मालूम हो कि सोमवार तड़के वीआईपी रोड में कार-जीप के बीच रेसिंग के दौरान सचिन हिवाले की मौत हो गई थी।
जानलेवा चयन: जिन मार्गों पर पुलिस और कट प्वाइंट नहीं, स्टंट-रेसिंग करने वाले उन्हीं मार्गों का चयन करते हैं। देर रात और तड़के शहर की आठ सड़कों पर सबसे अधिक रेसिंग होती है। इस वक्त पुलिस प्वाइंट पर नहीं रहती, वहीं ट्रैफिक भी नहीं होता। जिसका फायदा उठाकर युवा स्टंट और रेसिंग करते हैं।

इन सड़कों पर रेसिंग-स्टंट

1. वीआईपी रोड: राजाभोज प्रतिमा से खानूगांव तक।
2. लिंक रोड-1 दोनों तरफ का मार्ग,
3. वन विहार रोड।
4. भदभदा से होटल सयाजी की तरफ जाने वाले मार्ग।
5. भेल रोड महात्मागांधी चौराहा।
6 लिंक रोड-2
7. लालघाटी से बैरागढ।़
8. खजूरी से टोलनाका तक।

इस साल करीब 200 बाइकर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जो सड़क पर रेसिंग-स्टंट करते मिले। कार रेसिंग करने वालों पर भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस उन मार्गों को चिह्नित कर रही है, जहां वाहन चालक रेसिंग करते हैं। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
महेन्द्र जैन, एएसपी ट्रैफिक
युवाआें के स्टंट और रेस लगाने के मामले में डीआईजी से चर्चा कर लें, जांच के निर्देश दिए गए हैं।
सुदाम खाडे, कलेक्टर

मां-भाई ने जताई हत्या की आशंका, बोले- दोस्तों की कहानी है मनगढ़ंत
वीआईपी रोड पर रेस में जिंदगी हारने वाले सचिन की मां और भाई इसे हादसा नहीं मान रहे हैं। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए तमाम सवाल खड़े किए हैं। मां पुष्पा का कहना है कि कार में चार लोग सवार थे। इसमंे सिर्फ सचिन की मौत हुई है और बाकी को मामूली चोटें आई हैं, यह कैसे संभव है।
सचिन की मां ने बताया कि बेटे का रात में करीब आठ बजे फोन आया था। उसने मुझसे कहा कि कोटरा वाले मकान की चाभी दे देना। मैं रात में उसे चाभी देने गई थी। वहां पर बब्बन भी बैठा था, जो हादसे के बाद से गायब है। सचिन के भाई राहुल हिवाले ने कहा कि दोस्तों की कहानी मनगढ़ंत है। मामले में सीबीआई जांच हो।
घटना के बाद भाग गया : राहुल का कहना है कि घटना के समय बब्बन भी कार में बैठा था। हादसा होने के बाद भला कौन अपने घायल बहनोई को छोड़कर चला जाएगा। वह अंतिम संस्कार में भी नहीं आया।
अंतिम संस्कार के बाद पत्नी चली गई मायके : सचिन की पत्नी नेहा पति के अंतिम संस्कार में मायके से घर आई। अंतिम संस्कार के बाद वह वापस भी चली गई। बताया जा रहा है कि सचिन और उसकी पत्नी में भी अनबन चल रही थी। दरअसल वह पति के साथ साउथ अफ्रीका नहीं जाना चाहती थी।
सचिन की पीएम रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा। परिवार के लोगों को अगर संदेह है तो यह उनका अधिकार है। इसमें हर मामले की बारीकी से जांच की जाएगी। -अनिल वाजपेयी, कोहेफिजा थाना प्रभारी

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