– नए विद्युत उपकेन्द्र व मौजूदा उपकेन्द्रों की क्षमता वृद्धि होगी
– बिजली लाइनों का विस्तार होगा
– नए वितरण ट्रांसफ ार्मर लगाएं जाएंगे अभी की स्थिति
– बिजली बिलों की गड़बड़ नहीं रूक रही। शिकायतें सबसे अधिक इससे जुड़ी हुई ही है।
– उपभोक्ताओं की शिकायतों को दर्ज करने केंद्रीय कृत सिस्टम फैल हो चुका है। जोन स्तर पर फिर से पुराना सिस्टम लागू करने की बात हो रही है।
– मीटर रीडिंग व बिलिंग सॉफ्टवेयर पर निजी एजेंसी को करोड़ों रुपए दिए गए और फिर से कंपनी अपने पुराने सॉफ्टवेयर पर आ गई।
– बिजली कंपनी अब पूरी तरह से आउटसोर्स एजेंसियों के सुपूर्द हो गई है। मूल कर्मचारियों की संख्या बेहद कम है और इसमें लगातार कमी आ रही।
– मीटर लगातार खराब हो रहे, उपभोक्ता परेशान है।
– बिजली ट्रांसफार्मर, जंफर व अन्य उपकरण बेहद जल्दी खराब हो रहे, कई घंटों तक उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहना पड़ रहा है।
कंपनी क्षेत्र में अधोसंरचना मजबूती का काम लगातार जारी है। योजनाओं के तहत काम किया जाएगा। पहले की अपेक्षा काफी बेहतर स्थिति है।
– जीएस मिश्रा, एमडी मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी