वेयर हाउस में रखवाई गईं पुरानी मशीनें
बीते सोमवार को भोपाल जिला प्रशासन ने ईवीएम मशीनें गिनवाकर अलग रख दी हैं। आपको बता दें कि ये कदम कोर्ट में दायर याचिकाओं के कारण लिया गया है। दरअसल भारत निर्वाचन आयोग ने पत्र लिखा था कि 15 साल पुरानी बनी ईवीएम मशीनों की गिनती कर उन्हें अलग से वेयर हाउस या गोडाउन में रखवा दिया जाए।
चुनाव आयोग ने कहा था कि साल 2000 से 2003 के बीच बनी मशीनों को न्यायालय की अनुमति के बाद वेयर हाउस में रखवा दिया जाए। इतना ही नहीं यदि वे इन मशीनों को निर्णय होने तक सुरक्षित रखने को कहें तो इस आदेश का पालन किया जाए। इस संबंध में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एसएस बंसल ने सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है।
राजधानी में हैं इतनी बीयू और सीयू
जानकारी के मुताबिक भोपाल जिले में ही 2000 और 2003 तक बनी ईवीएम मशीनों की रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजी जा चुकी है। भोपाल जिले में ही करीब 233 बैलेट यूनिय (बीयू) और 2540 कंट्रोल यूनिट (सीयू) रखी हुई हैं। इन सभी मशीनों को पुराने बेनजीर कॉलेज में रखा गया है। वहीं 2540 में से 217 कंट्रोल यूनिट्स को हाइकोर्ट में चल रहे केसेस् के चलते ब्लॉक करके सुरक्षित रखा गया है।
जिला कार्यालय की मानें तो जिले की 231 सीयू हाइकोर्ट के आदेश के चलते ब्लॉक हैं। इसमें से 12 कंट्रोल यूनिट साल 2004 और 2 कंट्रोल यूनिट साल 2005 की हैं। इसके अलावा 3740 बैलेट यूनिट महाराष्ट्री विधानसभा चुनाव के दौरान अमरावती भेजी गईं थीं, जो अब तक वापस नहीं आई हैं। वहीं 320 बैलेट यूनिट और 245 कंट्रोल यूनिट हैदराबाद में रिपेयर होने के लिए गईं थीं, जो ठीक होकर नहीं आई हैं। ये सभी मशीनें 15 साल से ज्यादा पुरानी हैं।