उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में कुल 19 करोड़ रुपए जब्त हुए हैं, जबकि इस चुनाव में अभी तक 21 करोड़ पकड़ाए हैं और चुनाव प्रक्रिया पूरा होने में अभी 12 दिन शेष हैं। अगर शराब सहित अन्य नशीले पदार्थों व सामनों की जब्ती को जोड़ा जात तो 51 करोड़ रुपए से अधिक का सामान जब्त हो चुका है। ये आंकड़े और बढ़ सकतें हैं। रावत ने कहा कि मप्र में अभी तक 6 लाख लीटर अवैध शराब पकड़ाना अपने आप में रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के लिहाज से एक लाख 44 हजार से अधिक लोगों को बाउंड ओवर किया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 14 हजार मतदान केन्द्रों की वेब कास्टिंग कराई जाएगी। चुनाव में पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था होगी, ताकि निष्पक्ष व निर्भय चुनाव कराया जा सके। सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार के संबंध में उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी फेस बुक, ट्यूटर सहित अन्य सोशल मीडिया संचालित करने वाली कंपनियों को ही दिया गया हैं, जो इस पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज के चलते दो ट्यूटर एकाउंटों को आज ही कंपनियों ने पकड़ा है।
आरएसएस से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों को चुनाव से दूर रखने के सवालों का जवाब देते हुए रावत ने कहा कि अगर इस तरह की आयोग को कोई सूचना मिलती है तो आयोग उन्हें चुनाव कार्य से अलग करेगा। कुछ राजनैतिक पार्टियों ने भी इस विषय पर चिंता जाहिर की थी, तो मैंने उनसे कहा कि अगर कोई इस तरह के कर्मचारियों-अधिकारियों के सूची हो तो वह आयोग को उपलब्ध कराएं।
पांच प्रतिशत केंद्रों पर शौचालय नहीं
स्वच्छता अभियान के तमाम दावों के बाद भी प्रदेश के पांच फीसदी मतदान केंद्रों पर शौचालय नहीं है। ओपी रावत ने कहा कि इन मतदान केंद्रों पर वैकल्पिक शौचालय की व्यवस्था की जाए।
सी विजिल का नहीं हो रहा पूरा उपयोग
ओपी रावत ने कहा कि मप्र में पता नहीं क्यों सी विजिल एप का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा जबकि अन्य राज्यों में इसका भरपूर उपयोग किया गया था।