हार्ट से संबंधित रोग होना बताया…
सुनील कुमार खरे, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, संचालनालय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, भोपाल को पीठासीन अधिकारी बनाया था। मेडिकल बोर्ड के प्रमाण पत्र में चुनाव ड्यटी से मुक्ति का कारण शुगर, हाई ब्लडप्रेशर और हार्ट से संबंधित रोग होना बताया।
जोड़ में दर्द से चलने में असमर्थ बताया…
नाहिद रिजवी शिक्षक, टीटी हाईस्कूल, पुरानी जेल, जहांगीराबाद को मतदान अधिकारी बनाया था। आर्थराइटिस की बीमारी बताकर ड्यूटी कटवाई थी। सावित्री विजय, सहायक शिक्षक, शासकीय उमा विद्यालय कोटरा सुल्तानाबाद, को मतदान अधिकारी बनाया था। रीढ़ की हड्डी में बीमारी का कारण बताया था। मनीषा बेरी, उच्च श्रेणी शिक्षक, शा . विद्यालय निशातपुरा को मतदान अधिकारी नियुक्त किया गया था। घुटनों के जोड़ में दर्द से चलने में असमर्थ बताया।
मानचित्रकार भी नहीं गए ड्यूटी में…
निगम में पदस्थ मानचित्रकार कमाल उद्दीन को मतदान अधिकारी-1 बनाया था। हायपर टेंशन की बीमारी बताई थी। मैनिट के अधीक्षक अहमद बेग को पीठासीन अधिकारी बनाया था। इन्होंने डायबिटिज, ब्लडप्रेशर और एल-5 एस-1 के बीच समस्या बताई थी।
हर्राखेड़ा स्कूल के प्रधान अध्यापक हरप्रसाद वंशकार को पीठासीन अधिकारी बनाया था, इन्होंने लिवर में समस्या के चलते ड्यूटी कटवाई थी। एसबीआई के डिप्टी मैनेजर हेमंत बहुगुणा ने ओपन हार्ट सर्जरी बताया था।
दो हायपर टेंशन का शिकार…
पीएचई के अधिकारी नीरज दुबे, अशोक कुमार मेहरा और आरिफ खान को मतदान अधिकारी तीन बनाया था। इन तीनों ने अलग कारणों से ड्यूटी कटवाई है। किसी को कम दिखाई देता है तो बाकी दो हायपर टेंशन का शिकार हैं।