– कांग्रेस में ये कर रहे दावेदारी
कांग्रेस इन दोनों उपचुनावों में युवा उम्मीदवारों पर दांव लगा सकती है। जौरा में दिवंगत विधायक बनवारी लाल शर्मा के पुत्र प्रदीप शर्मा और भतीजे नागेश शर्मा टिकट के दावेदार हैं। वहीं, प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव के भतीजे संजय यादव, पंकज उपाध्याय, मानवेंद्र गांधी, हरिओम शर्मा, सुनील शर्मा समेत लोकेंद्र यादव भी दावेदार माने जा रहे हैं। आगर से एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े दौड़ में सबसे आगे हैं। विधानसभा चुनाव में विपिन को टिकट मिला था, लेकिन वे भाजपा के मनोहर ऊंटवाल से चुनाव हार गए थे। हार का अंतर बहुत ज्यादा नहीं था, इसलिए विपिन की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। बहुजन समाज पार्टी की ओर से बृजपाल यादव और पूर्व विधायक मनीराम धाकड़ भी टिकट की जुगत में लग गए हैं।
– भाजपा की शुरुआत सम्मेलन से
भाजपा चार मार्च को आगर में कार्यकर्ता सम्मेलन के बहाने शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सहित मालवा के बड़े नेता शामिल होंगे। यह सीट भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन के बाद खाली हुई है। उधर, कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद खाली हुई मुरैना जिले की जौरा सीट पर भाजपा होली के बाद कार्यकर्ता सम्मलेन करेगी।
– समन्वय बैठाने सुहास को जिम्मा
दरअसल, भाजपा को डर है कि कांग्रेस इन दोनों जगह भाजपा के अंसतुष्टों को सरकार में पद देने का लालच देकर तोड़ सकती है। ऐसे में नेताओं में चुनाव के ऐलान के पहले ही समन्वय बनाने के लिए प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत को जम्मेदारी सौंपी है। भगत ने शुक्रवार को आगर में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक भी की है। वे जल्द ही जौरा का दौरा करेंगे। भाजपा में आगर और जौरा के लिए टिकट के दावेदारों का दबाव बढ़ गया है। इसमें आगर को लेकर ज्यादा जोड़तोड़ हो रही है। पिछले दिनों यहां के पूर्व विधायक लालजी मालवीय ने प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर टिकट की दावेदारी की थी। वहीं, पूर्व विधायक गोपाल परमार और रेखा रत्नाकर भी टिकट के लिए ताकत लगा रहे हैं। मालवीय ने खुद के कबीरपंथी समुदाय का होने का कार्ड चला है।
– साढ़े छह साल बाद युवक कांग्रेस के चुनाव
इधर, कांग्रेस में साढ़े छह साल बाद युवक कांग्रेस के चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। चुनाव के जरिए युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, महासचिव, विधानसभा अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष निर्वाचित होंगे। इससे पहले 2013 में कुनाल चौधरी युवक कांग्रेस के निर्वाचित अध्यक्ष बने थे। वे लगातार दो बार से प्रदेश अध्यक्ष हैं। चुनाव में दो साल पहले बने सदस्य ही वोट डाल सकेंगे। वोटिंग मोबाइल ऐप के जरिए होगी। इसके लिए वोट देने के पात्र सदस्य के मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए उम्र की सीमा 30 साल से 38 साल तक रखी गई है। हालांकि, एआईसीसी के फरमान के मुताबिक अध्यक्ष पद के दावेदारों का इंटरव्यू होगा। इसके बाद नाम फाइनल किए जाएंगे। जो दावेदार इंटरव्यू पास कर लेगा, उसे फॉर्म भरने का मौका मिलेगा।