शरद यादव लोकतांत्रिक जनता दल के राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने राजधानी आए थे। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान यह बात कही।
यादव ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा के पास कुल 31 प्रतिशत वोट है, जबकि हम सभी के साप 69 फीसदी वोट प्रतिशत है। यादव ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने करने के लिए कांग्रेस समेत सभी दलों से मिलकर साथ-साथ चुनाव लड़ने की अपील की है।
बन सकता है तीसरा मोर्चा
पिछले कुछ समय से कांग्रेस का बसपा, समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन की अटकलें चल रही है। इस बीच लोकतांत्रिक जनता दल के सुप्रीमो शरद यादव ने भी साफ कर दिया है कि वे भाजपा के खिलाफ तीसरे मोर्चे के पक्ष में हैं। इस बीच शरद यादव के साथ बहुजन संघर्ष दल, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी और समानता दल की बैठक हुई।
तीन दिन पहले भी किया था ऐलान
तीन दिन पहले मंगलवार को भी एक चैनल को दिए इंटरव्यू में शरद यादव ने स्पष्ट कह दिया था कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की अगुवाई में चुनाव लड़ा जाएगा। यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा ने पिछले 15 सालों में नर्मदा को बर्बाद कर दिया है। इस सरकार ने व्यापमं जैसे घोटाले दिए हैं। ऐसी स्थिति में हम कांग्रेस के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे।
समीकरण बैठाने में होगी थोड़ी मुश्किल
बसपा,समाजवादी पार्टी,गोंगपा और फिर लोकतांत्रिक जनता दल ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं पर विचार किया है। हालांकि कौन से क्षेत्र में किस प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाएगा और कितनी सीटें दी जाएंगी, इस पर समीकरण बैठाना कांग्रेस के लिए मुश्किल होगा।
बसपा के साथ भी गठबंधन की तैयारी
हाल ही में बसपा के साथ गठबंधन की अटकलों के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि हम अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। यदि सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी तो हम गठबंधन के लिए विचार कर सकते हैं।
अखिलेश से की थी कमलनाथ से मुलाकात
कुछ दिनों पहले भोपाल आए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संकेत दिए थे कि हम गठबंधन कर सकते हैं। इस संबंध में यादव की मुलाकात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी हुई, लेकिन उन्होंने दोनों के बीच की बातों को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था।
आदिवासी सीएम प्रोजेक्ट हो
बसपा के बाद अब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने भी कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए शर्त रखी है। जीजीपी ने कहा है सम्मानजनक सीटें मिलने और आदिवासी मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने की शर्त पर ही वो गठबंधन कर सकती है।
यह भी है खास
-केंद्र में एनडीए सरकार की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया ने ऐलान किया है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों के साथ गठबंधन के रास्ते खुले हैं।
-शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल की अगुवाई में 2 अगस्त को तीसरे मोर्च की बैठक हुई, जिसमें बहुजन संघर्ष दल, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी और समानता दल शामिल हुए।
यह है मध्यप्रदेश का गणित
-अनुसूचित जाति की आबादी 15.2 फीसदी
-अनुसूचित जनजाति की आबादी 20.8 फीसदी
-अनुसूचित जाति की 35 सीटें हैं, जिसमें 28 पर भाजपा है।
-47 अनुसूचित जनजाति बहुत सीटों में 32 पर बीजेपी का कब्जा है।
-बहुजन समाज पार्टी को 7 प्रतिशत वोट मिलते रहे हैं, उसके पास 4 विधायक हैं।
-गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) और छोटे दलों को करीब 6 फीसदी वोट मिले थे।