एक कमरे से शुरू किया था बिजनेस
इमोटराड के सह-संस्थापक राजीव ने बताया कि कोरोना काल में एक कमरे में हमने बिजनेस शुरू किया था। हम न केवल इलेक्ट्रिक साइकिल बना रहे थे, बल्कि हम एक समय में एक पैडल के ध्येय के साथ भविष्य का निर्माण भी कर रहे थे। वहीं, सीइओ कुणाल ने बताया कि हमारे स्टार्टअप को कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। हर रिजेक्शन ने हमारे संकल्प को ओर मजबूत बनाया। पंथेरा ग्रोथ पार्टनर्स से 164 करोड़ की फंडिंग हासिल की। हमने चुनौतियों को अवसरों में बदला।