यह डीसी 60 किलोवॉट व 25 किलोवॉट के तय थे। दावा था कि सभी फास्ट चार्जिंग स्टेशन बनाने हैं। इनसे आधे घंटे में इलेक्ट्रिक व्हीकल फुल चार्ज हो जाएगा। हर बार वाहन की चार्जिंग पर भोपाल स्मार्ट सिटी को ईईएसएल से 70 पैसे मिलेगें। इसके लिए सर्वे किया जाना था, लेकिन वह भी नहीं हो पाया। स्टेशन स्थापित होने का लाभ शहर के इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को मिलता। अभी ये अपने स्तर पर ही व्हीकल चार्जिंग कर रहे हैं।
फास्ट चार्जिंग से शहर में इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स को बढ़ावा मिलता
फिलहाल सिर्फ सरकारी विभागों में ही इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग सुविधा है। ऊर्जा विकास निगम व स्मार्टसिटी के पास ही इलेक्ट्रिक कार है। शहर में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए नए शो रूम बन रहे हैं, लेकिन लोगों को चार्जिंग के लिए मशक्कत करना पड़ती है। ऐसे में यदि ये चार्जिंग स्टेशन स्थापित होते तो लाभ होता।
ये थी स्टेशन की योजना
इन चार्जिंग स्टेशनों से सभी तरह के कमर्शियल और नॉन कमर्शियल वाहन के चार्जिंग की सुविधा रहेगी। प्रत्येक स्टेशन की लागत लगभग 7 लाख रुपए हैं। मशीन इंस्टॉलेशन का यह खर्च ईईएसएल द्वारा वहन किया जाएगा। इसके साथ ही अगले 10 साल तक ईईएसएल ही चार्जिंग स्टेशन का रख-रखाव करेगी। इन चार्जिंग स्टेशन से &0 मिनट में वाहन चार्ज हो जाएगा।
भोपाल स्मार्ट सिटी कंपनी भोपाल शहर में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क स्थापित करेगी। इसके लिए ईईएसएल से अनुबंध किया हुआ है। चार्जिंग स्टेशन स्थापना कराई जा रही है। जल्द ही इसकी सुविधा मिलेगी।
-अंकित अस्थाना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड