नगर निगम की कच्ची बाउंड्री और फेंसिंग की आड़ में हुए इन कब्जों को लेकर जांच में गड़बड़झाला पकड़ में आने के बाद चंद गोदाम और टिनशेड पर ही बुलडोजर चला। इसके बाद मामला शांत हो गया। पिछले 4 साल 137 नए अतिक्रमण बड़ा तालाब के क्षेत्र में हो चुके हैं। जिसमें रसूखदारों के फॉर्म हाउस और कॉलेज की बाउंड्री तक कैचमेंट में आ रही है। खानूगांव की तरफ तालाब के अंदर बनाई गई रिटेनिंग वॉल के कारण बैरागढ़, खानूगांव की तरफ के क्षेत्रों में जलभराव की क्षमता पहले से कम हो गई है। इधर टीटी नगर सर्किल के व्हीलखेड़ा, बम्होरी और सेवनियागौड़ में भी बड़े तालाब के पचास मीटर दायरे में अतिक्रमणों की भरमार है। यहां गौरा विसनखेड़ी में पानी कई मीटर मुनारों से आगे निकल गया है। तालाब के किनारे कई अफसरों ने फार्म हाउस बना रखे हैं। जिन पर कभी कार्रवाई नहीं की गई सिर्फ 2016 में नपती की गई थी।
राजस्व नक्शे में भी नहीं हुआ चिन्हाकन
मुनारों की रिपोर्ट आने के बाद बड़ा तालाब में लगी मुनारों से आगे जहां तक पानी पहुंचा है वहां तक राजस्व नक्शे पर लल निशान लगाने थे, लेकिन अभी तक इस काम में भी तेजी नहीं आई है। एडीएम सतीश कुमार का कहना है कि उनके पास टीटी नगर सर्किल की रिपोर्ट नहीं मिली है।
वर्जन
तालाब से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दिए हुए हैं। जल्द ही इन पर कार्रवाई कराई जाएगी।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर