इकाइयों को मिलेगा भरपूर मैन पावर
सिंह ने बताया कि इस सेंटर के बनने से यहां की इकाइयों को विश्वस्तरीय उत्पादन तैयार करने के लिए मैन पावर, लेटेस्ट मशीन एवं सॉफ्टवेयर, टेस्ट लैब एवं उचित दर पर उ’च क्वालिटी का रॉ मटेरियल प्राप्त होगा। इससे रोजगार एवं एक्सपोर्ट में वृद्धि होगी, जो समय की मांग है। इसकी लागत लगभग 15 करोड़ रुपए होगी। इस लागत का 70 प्रतिशत 10.5 करोड़ केन्द्र शासन से अनुदान, 10 प्रतिशत राज्य शासन ने अपने अंश के रूप में स्टेट बैंक के सामने &0 हजार वर्गफीट की भूमि दी है। शेष 20 प्रतिशत राशि की व्यवस्था उद्यमियों द्वारा की जाएगी।
इनके सहयोग से मिला मुकाम
अमरजीत के अनुसार इस योजना को इस मुकाम पर पहुंचाने में औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों के साथ तत्कालीन उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, वर्तमान एमएमएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, पूर्व आयुक्त स्व. टी. धर्माराव, पूर्व प्रमुख सचिव कान्ताराव एवं जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, उद्योग आयुक्त आदि का सहयोग रहा।