ऑपरेशन कर करीब एक लाख रुपए हड़प लिए
आयुष्मान योजना में हर दिन गड़बड़ी के मामले सामने आने लगे हैं। निजी अस्पतालों में मरीजों को बरगला कर आयुष्मान योजना के नाम पर फर्जी इलाज किया जा रहा है। ऐसा ही एक अजीब मामला मंगलवार को सामने आया, जिसमें एक अस्पताल में दो साल पहले मृत डॉक्टर ने मरीज का इलाज कर दिया। यही नहीं मरीज को आयुष्मान योजना से पचास हजार रुपए का लोन दिलाने का झांसा देकर आयुष्मान कार्ड हथिया लिया। इसके साथ ही मरीज के तीन फर्जी ऑपरेशन कर करीब एक लाख रुपए हड़प लिए। मामले की शिकायत मंगलवार को जिला कोर्ट में की गई।
बिना जानकारी कर दिया ऑपरेशन
कोर्ट में अधिवक्ता शारिक कुरैशी ने दायर शिकायत में कहा कि शाहजहांनाबाद स्थित गुडविल अस्पताल के डॉ. अकरम खान ने बागमुंशी के रहने वाले यूसुफ अली को आयुष्मान योजना से 50000 रुपए लोन दिलाने को कहा और अक्टूबर 21 में उसका और बहन शमीम खान का आयुष्मान कार्ड ले लिया। जब राशि नहीं मिली तो उन्होंने अस्पताल से संपर्क किया। वहां से जवाब मिला कि अभी समय लगेगा। इसी बीच जनवरी 2022 में यूसुफ को कुछ दिक्कत हुई तो वह इलाज के लिए गुडविल अस्पताल पहुंचा। यहां यूसुफ को पलंग पर लेटाकर फोटो खींचकर वापस भेज दिया गया। इसी बीच यूसूफ को मैसेज मिला कि गुडविल अस्पताल के डॉ. अजीत सिकवानी द्वारा पित्त निकालने की सर्जरी की गई है, जिसके एवज में योजना के तहत अस्पताल को 22800 रुपए भुगतान किया गया है।
डॉक्टर की तो 2020 में ही मौत हो चुकी है
यूसुफ को मार्च 2022 में दोबारा मैसेज मिला कि उनके पेट का ऑपरेशन किया है। जिसके लिए अस्पताल को 70 हजार का भुगतान हुआ। जनवरी में यूसुफ का डॉ. शियोदत्त दीक्षित ने इलाज किया, जिसका &4 हजार रुपए भुगतान किया गया। बड़ी बात यह है कि जन्म एवं मृत्यु रिकार्ड शाखा के मुताबिक इस डॉ. की मृत्यु अक्टूबर 2020 में ही हो चुकी है।
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फिलहाल इस मामले की जानकारी नहीं है। कुछ लोगों ने शिकायत की थी, जानकारी जुटा रहे हैं।
डॉ. अकरम खान, संचालक गुडविल अस्पताल