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प्रदर्शन, ट्रैफिक डायवर्जन से लोगों का चलना हुआ दूभर

locationभोपालPublished: Jan 25, 2021 01:08:15 pm

Submitted by:

Pushpam Kumar

न्यायालय की रोक के बावजूद सड़कों पर हो रहे आयोजन

प्रदर्शन, ट्रैफिक डायवर्जन से लोगों का चलना हुआ दूभर

प्रदर्शन, ट्रैफिक डायवर्जन से लोगों का चलना हुआ दूभर

भोपाल. शहर में राजनीतिक प्रदर्शन, कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट और हर रोज होने वाला ट्रैफिक डायवर्शन सड़क पर चलने वाले नागरिकों के लिए सिरदर्द से कम साबित नहीं हो रहा है। वर्तमान में स्थिति यह बन गई है कि हर दूसरे दिन शहर में कोई बड़ा प्रदर्शन हो रहा है और इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को रूट डायवर्ट करने पड़ रहे हैं। शहर के ज्यादातर बड़े रास्ते अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के चलते पहले से रूट डायवर्शन प्लान में शामिल हैं। दोबारा इन रास्तों पर डायवर्जन बनाने से ट्रैफिक विकराल रूप धारण कर रहा है। स्थिति यह बन जाती है कि दोपहर 12 बजे समाप्त होने के बावजूद किसी राजनीतिक प्रदर्शन का असर देर शाम तक शहर के ट्रैफिक पर नजर आता है और पूरे शहर में वाहन रेंगते हुए नजर आते हैं। कांग्रेस एवं भाजपा इसके लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं जबकि ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि लॉ एंड ऑर्डर बनाने के लिए और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के चलते सुरक्षा उपाय पूरे करने रूट डायवर्ट करना उनकी मजबूरी है।
इन रास्तों पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक लोड
कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के चलते रोड को हबीबगंज स्टेशन से आगे डायवर्ट किया गया है। डेडिकेटेड लाइन से ट्रैफिक गुजारा जा रहा है। बोर्ड ऑफिस चौराहे पर प्रदर्शन होने पर इस रास्ते को भी बंद कर दिया जाता है ।
स्मार्ट सिटी मेट्रो एवं दूसरे निर्माण कार्यों के चलते जवाहर चौक, पलाश होटल के आसपास का ट्रैफिक डायवर्ट है। इसका असर रोशनपुरा चौराहे और टीटी नगर तिराहे तक पड़ता है। इन इलाकों में राजनीतिक प्रदर्शन होते ही सभी मार्ग बंद कर दिए जाते हैं।
लालघाटी एवं करोंद फ्लाईओवर के चलते पुराने शहर का ट्रैफिक रूट डायवर्जन का सामना कर रहा है। किसी भी बड़े राजनीतिक कार्यक्रम के चलते पुराने शहर के हर रास्ते पर दबाव बढ़ जाता है।

सत्ता में रहकर भाजपा खुद नियमों का पालन नहीं करती और कांग्रेस पर सड़क जाम करने का आरोप लगाया जाता है। जब सरकार सुनेगी ही नहीं तो लोग तो सड़क पर उतरेंगे ही।
कैलाश मिश्रा, जिला अध्यक्ष कांग्रेस
सार्वजनिक कार्यक्रमों में जनता की भागीदारी सबसे ज्यादा रहती है और लोगों को दिक्कतें नहीं आए। इसके लिए शासन हर बार पर्याप्त इंतजाम करता है।
सुमित पचौरी, भाजपा जिलाध्यक्ष
कानून व्यवस्था एवं कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में सुरक्षात्मक उपाय करने के लिए रूट डायवर्ट करना प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है।
विजय दुबे, टीआई, यातायात
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