प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अभय श्रीवास्तव ने बताया कि कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के निर्देशों का अक्षरश: पालन कराया जाएगा। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय समन्वय संस्था से मंडल के द्वारा प्रदान किए गए प्रश्न पत्रों को प्रदान कर पुलिस निगरानी में सुरक्षित करवाया गया है। कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति के साथ संबंधित प्रश्न पत्रों को निकालकर परीक्षा केंद्र तक ले जाया जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर 141 कलेक्टर प्रतिनिधि नियुक्त किए गए हैं।
यह रहेंगे केंद्रों पर इंतजाम- विद्यार्थी को परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से एक घंटा पहले उपस्थित होना होगा और 30 मिनट पहले परीक्षा कक्ष में पहुंचना होगा । – केंद्र में सीसीटीवी कैमरे व स्कूल में फर्नीचर के साथ पीने के पानी और टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी।
– परीक्षा केंद्रों पर लोहे की पेटी रखी जाएगी जिसमे यदि किसी के पास नकल है तो वह परीक्षा से पूर्व उसमें डाल सकेगा। – केंद्राध्यक्ष को परीक्षा शुरू होने के 20 मिनट पहले तक छात्र को परीक्षा कक्ष में प्रवेश देने होगा।
– परीक्षा केंद्र पर कलेक्टर प्रतिनिधि की मौजूदगी में थाने से परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्र पहुंच जाएंगे। प्रश्न पत्र का बंडल परीक्षा कक्षा में खोले जाएगा। – सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
– परीक्षा केंद्र में जो स्टाफ तैनात है उसके पास आई कार्ड होगा और सभी को आई कार्ड पहना होगा। संबंधित स्कूल में कार्यरत कोई भी शिक्षक पर्यवेक्षक की ड्यूटी नहीं करेंगे। – छात्रों के आगे- पीछे और आजू-बाजू एक जैसे सेट के पेपर नहीं बांटे जाएंगे।
– परीक्षार्थियों को 32 पेज की उत्तरपुस्तिका ( कॉपी ) दी जाएगी और इसी में पूरा पेपर सॉल्व करना होगा। – परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगे। केवल कलेक्टर प्रतिनिधि का मोबाइल मंडल के निर्देशन के अनुसार कार्य करेगा।
– अति संवेदनशील केंद्र पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। जबकि सामान्य परीक्षा केन्द्रों पर एक-एक पुलिस वालों के जवान तैनात रहेंगे। विद्यार्थी यह करें – नींद पूरी लें, इससे समझौता नहीं करें।
– देर रात जागने का प्रयास नहीं करें। – देर तक जगने के लिए चाय व काफी का सहारा नहीं लें। – खुद पर भरोसा रखें कि तैयारी पूरी है। – खुद से अधिक अपेक्षाएं नहीं पालें।
– कोर्स जो पूरा हो गया है वही तैयारी करें। अभिभावक यह करें – बच्चों से अच्छा व्यवहार करें। – बच्चों के खाने का विशेष ध्यान दें। – बच्चों को ऐसी सहजता से बात करें कि उनका पेपर कैसा गया।
– बच्चों से अधिक अंक लाने की अपेक्षा ना करें और दूसरों से तुलना नहीं करें।