शिक्षकों को पुस्तक साथ रखकर परीक्षा देने की अनुमति थी जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि जिले के सात शिक्षक इस दायरे में आ रहे थे वहीं अन्य जिले से ट्रांसफर होकर आए दो अन्य शिक्षकों के साथ कुल संख्या नौ हो गई। शिक्षकों को पुस्तक साथ रखकर परीक्षा देने की अनुमति थी, लेकिन शिक्षकों की पहचान उजागर न हो इसलिए विभाग ने इनके नाम या तस्वीरें सार्वजनिक नहीं की। इन शिक्षकों की कापियां डाइट भेजी जाएंगी जिनके परिणाम एक सप्ताह में आने का अनुमान है। परिणाम विभाग को भेजे जाएंगे जिसके बाद परिणाम के मूल्यांकन के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
इससे पहले जून में हुई थी परीक्षा गौरतलब है कि शिक्षकों की पहली दक्षता परीक्षा जून में हुई थी। इसमें प्रदेश भर से साढ़े तीन हजार शिक्षक शामिल हुए थे जिनमें से 18 फीसदी सफल नहीं हो पाए थे, इन्हें प्रशिक्षण और तैयारी का समय देने के बाद अब फिर दक्षता परीक्षा ली जा रही है।
इसलिए कराई जा रही परीक्षा इस वर्ष हाई स्कूल परीक्षा का परिणाम बिगडऩे पर प्रदेश में 30 फीसदी से कम परिणाम देने वाले विद्यालयों के शिक्षकों की दक्षता परीक्षा ली गई थी। इनके साथ ही केवल हाई स्कूल के शिक्षकों के उन फीडर माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को भी शामिल किया जहां से पास होकर विद्यार्थी हाई स्कूल में पहुंचे थे।
गुना में चार शिक्षक फेल हो गए 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा 2018-19 में 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम लाने वाले स्कूलों के अनुत्तीर्ण शिक्षकों की सोमवार को फिर से परीक्षा हुई। शिक्षकों ने किताब देखकर जमकर नकल की। हद तो यह है कि शिक्षकों ने 8वीं स्तर के हिंदी प्रश्न पत्र में भी नकल की। गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षकों ने भी पन्ने पलट-पलट कर प्रश्नों के उत्तर लिखे। इसके बाद भी चार शिक्षक फेल हो गए। इनमें एक शिक्षक हिंदी, 3 सामाजिक अध्ययन के हैं।
शिक्षक पुस्तक देखकर पढ़ाते हैं इसलिए उन्हें पुस्तक साथ रखने की छूट दी गई हमने केवल हाई स्कूल के शिक्षकों की परीक्षा नहीं ली बल्कि उन माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को भी शामिल किया जहां से पास होकर विद्यार्थी हाई स्कूल में पहुंचे थे। इतना ही नहीं चूंकि शिक्षक पुस्तक देखकर अध्यापन कराते हैं इसलिए उन्हें पुस्तक साथ रखने की छूट देकर परीक्षा ली गई, इसमें जो उत्तीर्ण नहीं हुए उनको समय देकर फिर परीक्षा ली जा रही है, इस परीक्षा में सफल नहीं होने वालों पर सीधी कार्रवाई का अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। परिणाम आने पर उच्च स्तर पर विचार करके निर्णय लिया जाएगा।
– जयश्री कियावत, आयुक्त, लोक शिक्षक संचालनालय